![CBI registered a case in UGC-NET paper leak case know which officer will be responsible for the inve](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
UGC-NET परीक्षा के पेपर्स के लीक होने के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। इस मामले पर अब बवाल मचा पड़ा है। दूसरी तरफ राजनीतिक दलों द्वारा राजनीति भी तेज कर दी गई है। इस बीच अब यूजीसी नेट 2024 परीक्षा के मामले में सीबीआई ने रेगुलर केस दर्ज कर लिया है। सीबीआई ने आईपीसी की धारा 120बी (साजिश करना), 420 (धोखाधड़ी) के धाराओं में केस दर्ज कर ली है और मामले की जांच शुरू हो चुकी है। बता दें कि इंस्पेक्टर सुनील कुमार (सीबीआई एसीबी) इस मामले की जांच करेंगे।
सीबीआई को मिली शिकायत में क्या लिखा है?
इस मामले में सीबीआई को लिखित शिकायत मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन की तरफ से मिली थी। यह शिकायत सेकेट्री संजय मूर्ति ने 20 जून 2024 को की है। इस शिकायत में संजय मूर्ति ने कहा कि यूजीसी नेट 2024 की परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए ने 18 जून 2024 को दो अलग-अलग शिफ्ट में कंडक्ट कराया गया था। 19 जून को यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन यानी यूजीसी को नेशनल साइबर क्राइम थ्रेट एनेलिसिस यूनिट की तरफ से इस तरह के इनपुट्स मिले कि ये परीक्षा कॉम्प्रोमाइज्ड हो चुकी है। यानी इस तरह का शक था कि परीक्षा में कुछ गड़बड़ हुई है।
मामले की जांच में जुटी सीबीआई
इसी शिकायत के आधार पर सीबीआई ने आईपीसी की धारा 120 बी और 420 के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। सीबीआई के इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। बता दें कि 20 जून की शाम ही शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि भारत सरकार आश्वासन देती है कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि नीट परीक्षा रद्द नहीं होगी। वहीं यूजीसी नेट परीक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि यूजीसी नेट परीक्षा में गड़बड़ी की जानकारी कल दोपहर मिली थी। यह जैसे ही स्पष्ट हुआ कि डार्क नेट पर यूजीसी-नेट का प्रश्न पत्र यूजीसी नेट के मूल प्रश्नपत्र से मेल खाता है, हमने परीक्षा रद्द करने का फैसला किया।