सीबीआई (CBI) ने जम्मू-कश्मीर में बड़ी छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया है। सीबीआई ने वित्तीय लेखा सहायक (एफएए) पेपर लीक की जांच के सिलसिले में जम्मू-कश्मीर के 6 जिलों के 37 स्थानों पर रेड डाली है। सीबीआई छापेमारी में अब तक किसी की गिरफ्तारी की खबर सामने नहीं आई है। फिलहाल सीबीई की जांच जारी है। वित्त विभाग की ओर से पिछले साल मार्च के पहले सप्ताह यानी 6 मार्च को यह परीक्षा आयोजित की गई थी। इसके नतीजे 21 अप्रैल को आए थे। परीक्षा के नतीजे आने के बाद अनियमितताएं पाई गई थीं। नतीजों में सबसे ज्यादा जम्मू, कठुआ और अन्य जिलों के कैंडिडेट का चयन हुआ था। इसके बाद इसमें गड़बड़ी की आशंका के मद्देजनर सीबीआई ने मामले में जांच शुरू की है।
सीबीआई के एक सूत्र ने कहा कि पेपर लीक करने के आरोपी दलालों, जम्मू-कश्मीर के वन रक्षकों, सीआरपीएफ कांस्टेबलों और वायु सेना के अधिकारियों के परिसरों पर छापेमारी की जा रही है। सीबीआई ने नवंबर 2022 में इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी। पिछले साल 30 नवंबर को सीबीआई ने 14 ठिकानों पर छापेमारी की थी, जहां आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए थे।
क्या है पूरा मामला?
जम्मू-कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (जेकेएसएसबी) के तत्कालीन सदस्य (जेकेएएस), बीएसएफ फ्रंटियर मुख्यालय, पलौरा के तत्कालीन चिकित्सा अधिकारी, निजी व्यक्तियों, निजी कंपनी और अज्ञात अन्य सहित 20 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। भर्ती के लिए लिखित परीक्षा जेकेएसएसबी द्वारा 6 मार्च, 2022 को आयोजित की गई थी। एफआईआर के अनुसार, "परीक्षा में कदाचार के संबंध में आरोप थे और जम्मू-कश्मीर सरकार ने इसकी जांच के लिए एक जांच समिति गठित की। समिति की रिपोर्ट में जेकेएसएसबी, बेंगलुरु स्थित निजी कंपनी के अधिकारियों, लाभार्थी उम्मीदवारों और अन्य के बीच कथित साजिश का खुलासा हुआ, जिसके कारण परीक्षा के संचालन में घोर अनियमितता हुई।"
सीबीआई को जांच के दौरान चयनित हाई प्रोफाइल उम्मीदवारों को प्रश्न पत्र लीक होने के बारे में पता चला। सीबीआई ने कहा कि जेकेएसएसबी द्वारा बेंगलुरु की एक निजी कंपनी को प्रश्नपत्र तैयार करने का काम सौंपने में नियमों का उल्लंघन और जालसाजी आदि भी पाए गए।
इससे पहले इन राज्यों में सीबीआई की रेड
इससे पहले सीबीआई ने 31 जनवरी को पेपर लीक मामले में हिमाचल प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब, यूपी, हरियाणा सहित 7 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में 50 स्थानों पर तलाशी ली थी। ये छापेमारी हिमाचल प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल के पद के लिए लिखित परीक्षा के प्रश्न पत्रों के लीक होने से जुड़े दो मामलों की जांच को लेकर की गई थी।
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