टोरंटो: पंजाब के मोस्ट वॉन्टेड अपराधियों में से एक गैंगस्टर सुखदुल सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके की हत्या की कनाडा की पुलिस ने पुष्टि कर दी है। साथ ही उस जगह की तस्वीरें भी सामने आई हैं जहां कुख्यात गैंगस्टर को गोली मारी गई थी। बता दें कि अज्ञात लोगों ने कनाडा के विनिपेग शहर में गैंगस्टर सुखदुल सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके की हत्या कर दी थी। सुक्खा की हत्या की खबर आने के कुछ ही घंटों बाद तय हो गया कि यह आपसी गैंगवार का नतीजा है क्योंकि लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने घटना की जिम्मेदारी ले ली थी।
कनाडा की पुलिस ने की मौत की पुष्टि
कनाडा की पुलिस ने गैंगस्टर सुक्खा दुनेके की मौत की पुष्टि कर दी है। टोरंटो पुलिस ने एक बयान में कहा है कि मृतक की पहचान 39 वर्षीय सुखदूल सिंह गिल के रूप में हुई है। बयान में कहा गया है कि अगर किसी को इस घटना के बारे में कोई जानकारी है तो वह पुलिस से संपर्क करें। वहीं, उस जगह की कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं जहां गैंगस्टर सुक्खा की हत्या की गई थी। सुक्खा के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास और डकैती सहित कम से कम 18 मामले थे। उसकी हत्या कनाडा के समयानुसार बुधवार रात को हुई।
2017 में कनाडा भाग गया था दुनेके
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब जून में ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा में राजनयिक विवाद खड़ा हो गया है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की ‘संभावित’ संलिप्तता का आरोप लगाया है, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। दुनेके पंजाब के मोगा जिले के दुनेके कलां गांव से था और वह दिसंबर 2017 में कनाडा भाग गया था। वह दविंदर बंबीहा गिरोह का मेंबर था और आतंकी अर्श दल्ला, गैंगस्टर लकी पटिआल, मलेशिया के गैंगस्टर जकपाल सिंह उर्फ लाली तथा अन्य अपराधियों का करीबी था।
कनाडा से ही गैंग चला रहा था सुक्खा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दुनेके विदेशी धरती से अपना गैंग चला रहा था। साथ ही वह उगाही का रैकेट चलाने, लोकल सपोर्टर्स की मदद से पंजाब और आस-पास के इलाकों में विरोधी गैंग के लोगों की हत्या कराने और विदेशों में बसे सहयोगियों के नेटवर्क के मैनेजमेंट में भी शामिल था। पिछले कुछ महीनों में पंजाब और आसपास के इलाकों में दुनेके की ओर से वसूली के लिए फोन करने की घटनाएं बढ़ी थीं। जनवरी में दुनेके के 2 सहयोगियों, कुलविंदर सिंह उर्फ किंडा और परमजीत सिंह पम्मा को काउंटर-इंटेलिजेंस विंग (बठिंडा) ने गिरफ्तार किया था और उनके कब्जे से 3 पिस्तौल और कारतूस जब्त किए गए थे।
चपरासी से गैंगस्टर बना था सुक्खा
दुनेके के पिता की 1990 में मौत हो गई थी और उसे अनुकंपा के आधार पर मोगा के डिप्टी कमिश्नर ऑफिस में चपरासी की नौकरी मिल गई थी। उन्होंने बताया कि दुनेके ने 8 साल तक नौकरी की थी और इस दौरान वह नशे का आदी हो गया था। उसके खिलाफ 2022 में लुकआउट नोटिस जारी किया गया था। पिछले साल मार्च में इंटरनेशनल कबड्डी खिलाड़ी संदीप नांगल अंबियां के मर्डर के मामले में भी उसका नाम सामने आया था। उस पर हत्या के लिए शूटर का इंतजाम करने का आरोप था। जनवरी 2022 में बंबीहा गैंग के शूटरों द्वारा प्रतिद्वंद्वी गैंग के दो सदस्यों, मनप्रीत सिंह और विक्की सिंह की हत्या के मामले में भी दुनेके का नाम सामने आया था।