जम्मू-कश्मीर: जम्मू जिले में मंगलवार को वैष्णो देवी जा रही एक बस के पुल की ‘रेलिंग’ से टकराने के बाद खाई में गिर जाने के कारण 10 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और 66 अन्य लोग घायल हो गए। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य शशि सूदन ने बताया कि फिलहाल घायलों में से दो की हालत नाजुक बनी हुई है। अधिकारियों ने बताया कि बस अमृतसर से कटरा जा रही थी, तभी जम्मू- श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुबह साढ़े छह से सात बजे के बीच झज्जर कोटली इलाके में यह हादसा हो गया।
अधिकारियों ने बताया कि अधिकतर यात्री बिहार के लखीसराय से थे और बच्चे के धार्मिक अनुष्ठान के लिए माता वैष्णो देवी मंदिर जा रहे थे।जम्मू के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक चंदन कोहली ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हादसा झज्जर कोटली इलाके में हुआ जहां पुल से बस खाई में जा गिरी। 10 लोगों की मौत हो गई है।
चालक को झपकी आ गई होगी, बस ने खोया संतुलन
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि‘‘हो सकता है कि चालक को झपकी आ गयी हो। यह ऊंचे फ्लाईओवर जैसी सड़क है जहां से बस गिरी इसलिए हादसे की वजह तेज गति हो सकती है। यह हमारी जांच का हिस्सा है।’’
सीआरपीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि 10 शव बरामद किए गए हैं। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि जबकि गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये मुआवजे की घोषणा की।
मृतकों की पहचान बिहार के लखीसराय के कैलाश शर्मा (65), पंजाब के अमृतसर की ललिता देवी (30), कृष शर्मा (12) और अरविंद शर्मा, उत्तर प्रदेश की बिमला देवी, फूली देवी, बिहार में लखीसराय की कुंती देवी (50), राजेंद्र (45), पंजाब के अमृतसर के गणेश शर्मा और बिहार की जूली देवी के रूप में हुई है।