संसद के बजट सत्र की आज 31 जनवरी से शुरुआत होने जा रही है। बजट सत्र की शुरुआत से पहले संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संबोधित करेंगी। इस बीच, चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति ( (बीआरएस) ) और अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेंगी। केंद्र सरकार के विरोध में दोनों पार्टियों ने राष्ट्रपति के भाषण का बहिष्कार करने का ऐलान किया है।
राष्ट्रपति सत्र के पहले दिन संसद के सेंट्रल हॉल में दोनों सदनों के सदस्यों को संबोधित करते हैं। राज्यसभा में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के सदन के नेता राव ने कहा कि उनकी पार्टी शासन के सभी मोर्चों पर केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की विफलता के विरोध में बहिष्कार कर रही है।" उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) भी बीआरएस के बहिष्कार का समर्थन करेगी।
क्या बोले आप सांसद संजय सिंह?
'आप' के नेता एवं सांसद संजय सिंह ने कहा, "राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पूरे सम्मान के साथ हम संसद के संयुक्त सत्र का बहिष्कार कर रहे हैं, क्योंकि सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है और उसने अपने वादों को पूरा नहीं किया है।" राव और सिंह दोनों ने स्पष्ट किया कि वे और उनकी पार्टियां राष्ट्रपति और राष्ट्रपति के पद का सम्मान करती हैं, लेकिन केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के विरोध में अभिभाषण का बहिष्कार कर रही है।
आर्थिक सर्वेक्षण किया जाएगा पेश
गौरतलब है कि बजट सत्र के पहले दिन आज दोनों सदनों में आर्थिक सर्वेक्षण भी पेश किया जाएगा। बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया था। तवांग मामले पर राज्यसभा में 17 विपक्षी दलों ने वॉक आउट कर दिया था। इस मामले पर विपक्ष के नेता और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विपक्षी दलों की बैठक भी बुलाई थी। इसके साथ ही खरगे के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिए गए विवादित बयान पर भी संसद में काफी हंगामा देखने को मिला था। यही वजह रही कि संसद के शीतकालीन सत्र को समय से पहले समाप्त कर दिया गया था।
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