बांग्लादेश में बीते दिनों शेख हसीना की सरकार का तख्तापलट हो गया था। इसके बाद शेख हसीना प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद भारत आ गईं। हालांकि, उनके सत्ता से हटते ही बांग्लादेश में हिंसा का भयानक दौर शुरू हो गया। देश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर जुल्म होने लगे। अब अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही इस हिंसा को लेकर बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने कड़ा बयान जारी किया है। आइए जानते हैं कि मायावती ने बांग्लादेश के मुद्दे पर क्या कुछ कहा है।
क्या बोलीं मायावती?
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा है कि बांग्लादेश में रह रहे हिन्दू समाज व अन्य अल्पसंख्यक चाहे वो किसी भी जाति व वर्ग के हों, उन पर पिछले कुछ दिनों से हो रही हिंसा अति-दुःखद एवं चिन्तनीय है। मायावती ने मोदी सरकार से अपील की है कि इस मामले को केन्द्र सरकार गम्भीरता से ले व उचित कदम उठाये, वरना इनका ज्यादा नुकसान ना हो जाये।
हिंदू समुदाय कर रहा प्रदर्शन
बांग्लादेश में हो रही हिंसा को लेकर हिंदू समुदाय भी बड़े स्तर पर प्रदर्शन कर रहा है। ढाका के साथ-साथ मैमन सिंह, मदारीपुर, फरीदपुर, मौलवीबाजार, बोगुरा, सुनामगंज में जोरदार प्रदर्शन हुआ है। दू समुदाय के लोग अपने पूरे परिवार के साथ सड़कों पर उतरे हैं। हाथों तख्ती और पोस्टर-बैनर लेकर अंतरिम सरकार से अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा रोकने की मांग कर रहे हैं।
अवैध और अनधिकृत हथियार जमा करने का आदेश
दूसरी ओर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के गृह मामलों के सलाहकार ब्रिगेडियर जनरल (सेवानिवृत्त) एम सखावत हुसैन ने सोमवार को प्रदर्शनकारियों से 19 अगस्त तक सभी अवैध और अनधिकृत हथियार जमा करने को कहा, जिनमें हालिया हिंसा के दौरान एजेंसियों से लूटी गई राइफल भी शामिल हैं।
ये भी पढ़ें- बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का फरमान, '19 अगस्त तक जमा करें अवैध हथियार'