देश के कई हिस्सों में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। राजस्थान में भी इन दिनों तीखी गर्मी का दंश देखने को मिल रही है। पर इसी गर्मी के बीच खबर आ रही है कि बीएसएफ के जवान इतनी भीषण गर्मी में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर की रक्षा कर रहे हैं। हालांकि बीएसएफ ने जवानों के लिए गर्मी को देखते हुए कई संसाधन उपलब्ध कराए हैं। आईएमडी के मुताबिक, जैसलमेर में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है जबकि फलौदी में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है।
की गई जवानों के लिए व्यवस्था
वहीं, बीएसएफ सेक्टर नॉर्थ के डीआइजी योगेन्द्र सिंह राठौड़ कहा, "हमने अपने जवानों को आराम देने के लिए कई साधन अपनाए हैं- चाहे वह वाटर कूलर हो, ठंडे पानी की व्यवस्था हो या यहां तक कि पारंपरिक कूलिंग तकनीक हो। इस साल, हमने पिछले साल के विपरीत लगातार गर्म दिन देखे हैं जहां मौसम में समय-समय पर बदलाव देखने को मिले। जैसा की आईएमडी ने 48 डिग्री सेल्सियस तापमान बताया है, पर तापमान रिकॉर्ड करने वाली हमारी मशीनों ने 54-55 डिग्री सेल्सियस तक तापमान दिखाया है। इस भीषण गर्मी को देखते हुए हमने अपने जवानों को अपने सिर, चेहरे, कान, आंखें ढकने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। उनसे कहा है कि धूप में बाहर निकलते समय शरीर के सभी खुले अंगों को अपने साथ पानी की बोतलें ले जाएं"
अभी हीटवेव और गर्मी से कोई राहत नहीं
इधर आईएमडी ने राजस्थान में हो रही गर्मी को लेकर चेतावनी जारी की है। आईएमडी ने जानकारी देते हुए कहा कि राज्य में अभी हीटवेव और गर्मी से कोई राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। राजस्थान आईएडी के एक अधिकारी ने कहा कि अगले 72 घंटों में राज्य के कुछ हिस्सों में 25 से 35 kmph की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। जयपुर मौसम विभाग के डायरेक्टर राधेश्याम शर्मा ने कहा कि 29 मई तक तापमान में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा है।
शर्मा ने कहा, "इस सीज़न में पहली बार, राजस्थान के फलौदी में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है, जबकि जैसलमेर और बाड़मेर जैसी जगहों पर रात के तापमान में सात डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी देखी गई है। भीषण गर्मी से तत्काल राहत नहीं मिलने वाली है और अगले दो से तीन दिनों में रातें गर्म होंगी। 29 मई तक अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव होने की संभावना नहीं है।"
कुछ हिस्सों में कम होगी गर्मी
हालांकि, राज्य में एंटी-साइक्लोनिक स्थितियों के कमजोर होने के कारण 29 मई से पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में और 30 मई से पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने की संभावना है। जून के पहले सप्ताह में राज्य के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य के करीब दर्ज किए जाने की संभावना है।" शर्मा ने आगे कहा कि अगले 72 घंटों के दौरान जोधपुर, बीकानेर, अजमेर और जयपुर संभाग के कुछ हिस्सों में 25-35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना है।