नई दिल्ली: ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बन गए हैं और इस बड़ी खबर का ब्रिटेन से भी ज्यादा असर पाकिस्तान पर पड़ा है। पाकिस्तान के लोग हैरान हैं कि एक भारतीय, ब्रिटेन का प्रधानमंत्री कैसे बन सकता है। पाकिस्तान में ये दहशत भी तैरने लगी है कि भारतीय मूल का एक हिंदू ब्रिटेन की सत्ता पर बैठ जाने से वहां रहने वाले पाकिस्तानियों और मुसलमानों की शामत आ जाएगी लेकिन पाकिस्तानियों का एक तबका ये सवाल भी कर रहा है कि भारत से निकले लोग विदेशों में इस ऊंचाई तक कैसे पहुंच जाते हैं जबकि उनके अपने नेता उसी इंग्लैंड में भगोड़े बनकर छिप जाते हैं।
पाकिस्तान के इमरान खान से ऋषि सुनक की तुलना
ऋषि सुनक को लेकर पाकिस्तान में एक दिलचस्प बहस भी चल रही है। उनकी तुलना नए पाकिस्तान का सपना दिखाने वाले इमरान खान से की जा रही है क्योंकि-
- ऋषि सुनक इंग्लैंड की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़े हैं, इमरान खान भी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़े हैं।
- ऋषि ने फिलॉसफी, पॉलिटिकल साइंस और इकोनॉमिक्स की पढ़ाई की है, इमरान खान ने भी फिलॉसफी, पॉलिटिकल साइंस और इकोनॉमिक्स की पढ़ाई की थी।
- ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन गए, इमरान खान भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने थे।
- लेकिन ऋषि दूसरे मुल्क में रहकर भारत का नाम रोशन कर रहे हैं जबकि इमरान खान पर सरकारी खजाने में चोरी साबित हो चुकी है।
- ऋषि सुनक ब्रिटेन को संकट से निकालने की बात रहे हैं, जबकि इमरान सत्ता से बेदखल होने पर जिहाद का नारा दे रहे हैं।
पाकिस्तानियों को है इस बात का मलाल
ऋषि सुनक हिंदू हैं, भारतीय मूल के हैं, इस बात को लेकर पाकिस्तान में कट्टरपंथी सोच वाले कितना ही बिलख लें, लेकिन सच ये है कि मुसीबत के मारे पाकिस्तानियों को सहारा भारत में ही मिलता है। पाकिस्तान में सत्ता का चेहरा कोई भी हो, चरित्र सबका एक ही रहता है और वो चरित्र है लूटमार...इमरान खान पर तोशाखान में हेराफेरी का मामला साबित हो हुआ, तो पाकिस्तान में अचानक नरेंद्र मोदी का एक पुराना इंटरव्यू वहां वायरल होने लगा है। पाकिस्तानियों को इस बात का बड़ा मलाल है कि वो भी 75 साल पहले आजाद हुए और भारत भी, लेकिन आज भारत की तुलना में उनकी कोई बिसात क्यों नहीं है। ऋषि सुनक के इंग्लैंड के पीएम बनने पर पाकिस्तान में ये चर्चा और तेज हो गई है।
हम अपनी संस्कृति और सभ्यता से भागते हैं तभी हमारा ये हाल हुआ- पाकिस्तानी
पाकिस्तान की हुकूमत, फौज और कारोबार तीनों जगहों पर पंजाबियों का बोलबाला है लेकिन इन तीनों जगहों पर अपर क्लास लोग पंजाबी बोलने से परहेज करते हैं। ऋषि सुनक के गीता की शपथ लेने और कलावा पहनने की तस्वीरें सामने आने पर आम पाकिस्तानी कह रहा है कि हम अपनी संस्कृति और सभ्यता से भागते हैं तभी हमारा ये हाल हुआ है।
पाकिस्तान की सियासत का आलम ये है कि विरोधियों से निपटने के लिए उन्हें 5 साल के लिए बैन करवा देने या जेल में डाल देने जैसे हथकंडं अपनाए जाते हैं। एक नेता दूसरे के लिए खुलेआम चोर चोर के नारे लगाता है, जबकि हकीकत ये है कि चोरी सब पर साबित हो चुकी है ऐसे नेताओं से पाकिस्तानी जनता क्या उम्मीद करे, इसीलिए तो वो बार बार भारत की ओर देखती है।