भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने योगी आदित्यनाथ के लगातार दूसरी बार उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री निर्वाचित होने पर उन्हें पत्र लिखकर ब्रिटिश सरकार की तरफ से बधाई दी। उन्होंने योगी से मिलने की इच्छा भी जताई। रविवार को यहां जारी एक सरकारी बयान में यह जानकारी दी गई।
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने योगी को पत्र लिखकर दोबारा मुख्यमंत्री चुने जाने के लिए ब्रिटिश सरकार की ओर से बधाई दी है। उच्चायुक्त ने पत्र में कहा है कि वर्ष 2021 में भारत और ब्रिटेन के प्रधानमंत्रियों के बीच आपसी संबंधों के मद्देनजर हुई सहमति के 10 वर्ष के रोडमैप के अनुसार, ब्रिटेन उत्तर प्रदेश के लिए एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय साझेदार बनना चाहता है।
एलिस ने कहा कि मुख्यमंत्री और उनके बीच हुई पिछली मुलाकात के दौरान उत्तर प्रदेश और ब्रिटेन के बीच व्यापार व निवेश बढ़ाने के संबंध में जो विचार-विमर्श हुआ था, उस पर वे काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष अगस्त में एलिस ने यहां पांच कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर योगी से मुलाकात की थी और उच्च शिक्षा समेत विभिन्न क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश के साथ साझेदारी को लेकर चर्चा की थी।
सरकारी बयान के मुताबिक, एलिस ने योगी को लिखे पत्र में कहा कि पिछली बैठक के बाद से कई एजेंडा मदों पर महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। उन्होंने लिखा है कि ब्रिटिश काउंसलिंग के नए ‘गोइंग ग्लोबल पार्टनरशिप एक्सप्लोरेटरी ग्रांट्स’ के तहत ब्रिटेन के तीन संस्थानों ने नोएडा में एमिटी विश्वविद्यालय के साथ एक सहयोग किया है, ताकि विजेताओं को यूपी और ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों के बीच अंतरराष्ट्रीय शिक्षा और शिक्षण सहयोग के लिए मजबूत रणनीतियों को विकसित करने में मदद मिल सके।
उन्होंने कहा कि ब्रिटिश काउंसिल द्वारा प्रदान किए गए ‘दोस्तों के साथ अंग्रेजी सीखें’ डिजिटल लर्निंग संसाधन के माध्यम से कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों की 750 छात्राओं ने सामयिक शब्दावली सीखी है और संवादात्मक अंग्रेजी में अपनी क्षमता विकसित करने वाले सरल संवादों और वाक्यांशों का उपयोग करके तुरंत इसका अभ्यास किया है।
एलिस ने कहा कि दक्षिण एशिया के लिए ब्रिटिश सरकार के व्यापार आयुक्त एलेन गेमेल और भारत में ब्रिटेन की उप उच्चायुक्त जेन थॉम्पसन उत्तर प्रदेश सरकार के नए मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ परिचयात्मक बैठकों के लिए जल्द ही लखनऊ आएंगे। ब्रिटिश उच्चायुक्त ने पत्र में इस बात का भी उल्लेख किया है कि मेरठ में हाल ही में शुरू की गई मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का वह स्वागत करते हैं।