हरियाणा के सूरजकुंड में आज से दो दिवसीय 'गृह मंत्रियों का चिंतन शिविर' का आयोजन किया जा रहा है। इस बैठक की अध्यक्षता अमित शाह करेंगे। वहीं 28 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चिंतन शिविर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करेंगे। इस शिविर में राज्यों के गृहमंत्री और संघशासित प्रदेशों के उपराज्यपाल एवं प्रशासक भाग लेंगे। इस चिंतन शिविर का उद्देश्य ' विजन 2047' और पीएम मोदी के स्वतंत्रता दिवस के भाषण में घोषणा की गई 'पंच प्राण' को जमीन पर उतारने की तैयारी है।
चिंतन शिविर में सात से आठ सत्र होंगे
दो दिनों के चिंतन शिविर में सात से आठ सत्र होंगे। शिविर के पहले दिन होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा, आग से सुरक्षा, शत्रु संपत्ति जैसे विषयों पर चर्चा होगी। वहीं दूसरे दिन, साइबर सुरक्षा, मादक पदार्थों की तस्करी, महिला सुरक्षा और सीमा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। बैठक में सेफ सिटी प्रोजक्ट, 112-सिंगल इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम, जिलों में मानव तस्करी-रोधी इकाई, पुलिस थानों में महिला हेल्प डेस्क और मछुआरों के लिए बायोमेट्रिक पहचान पत्र जैसी पहलों पर भी चर्चा की जाएगी।
ममता बनर्जी बैठक में होंगी शामिल?
खास बात ये है कि कई राज्यों के गृहमंत्री वहां के मुख्यमंत्री ही होते हैं। इसलिए अधिकतर राज्यों के मुख्यमंत्री इस चिंतन शिविर में शामिल होंगे। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन बैठक में शामिल होंगे या नहीं इसपर सबकी नजर रहेगी।