Highlights
- पुलिस को पहले था संदेह, हत्याकांड का संबंध केरल से है
- सभी कोण से की जा रही है जांच, पकड़ने के प्रयास जारी
- 26 जुलाई की रात बीजेपी कार्यकर्ता की कर दी गई थी हत्या
karnataka News: कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने शनिवार को संकेत दिए कि दक्षिण कन्नड़ जिले में हाल में हुई बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या में शामिल लोग स्थानीय थे और उन्हें पकड़ने के प्रयास जारी हैं। कर्नाटक पुलिस को पहले संदेह था कि हत्याकांड का संबंध केरल से है और उसने पड़ोसी राज्य में टीम भेजी थी, क्योंकि घटनास्थल पड़ोसी राज्य की सीमा के करीब है।
राज्य के गृह मंत्री ने मीडिया से कहा, "सूचना के अनुसार, बेल्लारे के प्रवीण की हत्या में शामिल लोग मेंगलुरु (दक्षिण कन्नड़) जिले के स्थानीय लोग हैं।" उन्होंने कहा, "उनकी पृष्ठभूमि जैसे कि वे किस संगठन से जुड़े हैं, पुलिस इन सभी कोण से जांच कर रही है और उन्हें पकड़ने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।"
मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने कर दी थी हत्या
भारतीय युवा मोर्चा समिति के जिला सदस्य 32 वर्षीय प्रवीण नेत्तार की 26 जुलाई की रात दक्षिण कन्नड़ जिले के बेल्लारे में अज्ञात मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने हत्या कर दी थी। कर्नाटक पुलिस ने हत्या के सिलसिले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े दो संदिग्धों को बेल्लारे से गिरफ्तार किया था। राज्य सरकार ने हत्या की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) को सौंप दी है।
प्रवीण नेट्टारू के बाद फाजिल की हत्या कर दी गई
वहीं, कर्नाटक के सुरथकल में अल्पसंख्यक समुदाय के युवक फाजिल की हत्या के मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बेल्लारे में बीजेपी युवा मोर्चा के सदस्य प्रवीण नेट्टारू की हत्या के बाद 28 जुलाई को हुई इस हत्या से इलाक में तनाव फैल गया था। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति सुरथकल के रहने वाले हैं। पुलिस ने आरोपियों की ओर से इस्तेमाल की गई कार के मालिक अजित क्रास्टा को पहले हिरासत में लिया था और पूछताछ के बाद उसकी ओर से दी गई जानकारी के आधार पर आरोपियों का पता लगाया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों को उदयावर के पास से गिरफ्तार किया गया।
फाजिल हत्याकांड में सभी आरोपी हत्या में शामिल
पुलिस आयुक्त एन शशि कुमार के मुताबिक, फाजिल हत्याकांड में सभी छह आरोपी सीधे तौर पर हत्या में शामिल थे। शशि कुमार ने बताया कि प्रारंभ में आरोपियों ने चर्चा की कि उनका टारगेट कौन होना चाहिए। इसे लेकर उन लोगों ने सात व्यक्तियों के नाम पर विचार किया और अंत में फाजिल को टारगेट करने का फैसला किया। आयुक्त ने कहा कि फिलहाल हत्या के असल कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।