Highlights
- उमर अब्दुल्ला और बीजेपी के प्रदेश रविंद्र रैना के ट्विटर पर हुए संवाद के बाद बढ़ी अटकलें
- जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद से नहीं हुए हैं चुनाव
Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर में साल के अंत में या फिर अगले साल की शुरुआत में चुनाव हो सकते हैं। इन चुनावों को लेकर देश ही नहीं, पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ दुनिया की नजरें होंगी। बीजेपी इस चुनाव को जीतने के लिए पूरी जी जान लगा रही है। इसके लिए वह नेशनल कॉन्फ्रेंस से हाथ मिला सकती है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला और बीजेपी के प्रदेश रविंद्र रैना के ट्विटर पर हुए संवाद के बाद दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर अटकलें बढ़ गई हैं।
दरअसल, जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद से अब तक चुनाव नहीं हुए हैं। इस बीच नेशनल कांफ्रेंस और भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन को लेकर अटकलबाजियां होने लगी हैं। लोगों ने इसके लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना के ट्विटर पर हुए संवाद का सहारा लिया है।
उमर अब्दुल्ला में ट्वीट में कही ये बात
उमर अब्दुल्ला ने जम्मू कश्मीर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के एक बयान पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि न तो राजनीतिक विरोधी एक दूसरे के दुश्मन होते हैं और न ही राजनीति विभाजन या नफरत के लिए होती है। उनकी इन टिप्पणियों को ट्विटर पर लोगों ने हाथों हाथ लिया। एक यूजर ने इसे नेशनल कॉन्फ्रेंस और भारतीय जनता पार्टी के बीच पिछले दरवाजे से समझौता करने का संकेत करार दिया है।
रैना ने अब्दुल्ला को ‘रत्न‘ करार दिया
बता दें कि एक वीडियो में जम्मू और कश्मीर भाजपा प्रमुख रविंदर रैना ने उमर अब्दुल्ला को केंद्र शासित प्रदेश के शीर्ष राजनीतिक नेताओं में एक रत्न करार दिया है। रैना ने कहा ‘जब मैं उमर अब्दुल्ला के साथ विधानसभा का सदस्य बना तो हमने एक इंसान के रूप में देखा कि उमर अब्दुल्ला जम्मू कश्मीर के शीर्ष राजनीतिक नेताओं में एक रत्न हैं। इसलिए हम दोनों दोस्त भी हैं।‘ उन्होंने कहा कि जब वह कोरोना से संक्रमित हुए थे तो उनका हाल जानने वालों में उमर अब्दुल्ला पहले व्यक्ति थे। उन्होंने फोन कर उनका हाल जाना था।
रैना के ट्वीट पर उमर ने लिखा ‘राजनीतिक में नफरत की जरूरत नहीं‘
रैना के ट्वीट का जवाब देते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि राजनीतिक रूप से असहमत होने पर राजनेताओं को व्यक्तिगत रूप से एकदूसरे से नफरत करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ‘राजनीति विभाजन और नफरत के बारे में क्यों है‘ राजनीति यह कहां कहती है कि राजनीतिक रूप से असहमत होने के लिए हमें व्यक्तिगत रूप से एक.दूसरे से नफरत करनी होगी। मेरे राजनीतिक विरोधी हैं, मेरे दुश्मन नहीं हैं।‘ उन्होंने कहा ‘मैं रविंदर रैना के इन शब्दों के लिए आभारी हूं। मुझे खुशी है कि ये शब्द हमें एक.दूसरे का विरोध करने से नहीं रोकेंगे।‘