2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 400 से ज्यादा सीटें हासिल करने का लक्ष्य बनाया है। बीजेपी ने अभी तक यह बात कही तो नहीं है, लेकिन अप्रत्यक्ष तौर पर यह माना जा रहा है कि बीजेपी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के उस रिकॉर्ड को तोड़ना करना चाहती है जब साल 1984 के चुनाव में कांग्रेस को 404 लोकसभा सीटें मिली थीं। कई मौकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को अकेले 370 सीटें मिलेंगी और एनडीए की सीटों की संख्या 400 से अधिक हो जाएगी।
8 मार्च को नई दिल्ली में नेशनल क्रिएटर्स अवॉर्ड्स कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह उनकी गारंटी है कि अगले साल शिवरात्रि पर वह फिर ऐसे समारोह की अध्यक्षता करेंगे। दर्शकों द्वारा "अबकी बार 400 पार" के नारे के बीच प्रधानमंत्री ने कहा कि यह मोदी की नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों की गारंटी है। इस बार के चुनाव में भी 'मोदी लहर' की बात हो रही है। वहीं, सरकार की कुछ ऐतिहासिक उपलब्धियां भी हैं, जिसके दम पर बीजेपी इस बार 400 का आंकड़ा पार करने की बात कर रही है।
सरकार की ऐतिहासिक उपलब्धियां
केंद्र की मोदी सरकार की ऐतिहासिक उपलब्धियां जैसै- आर्टिकल 370 को निरस्त करना, तीन तलाक पर कानून, नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019 (CAA) लागू करना, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण और उद्घाटन हैं। हालांकि, सच्चाई यह है कि चुनावी लड़ाई इतनी आसान नहीं होने वाली है, क्योंकि सत्तारूढ़ गठबंधन एनडीए को को एक नए गठबंधन I.N.D.I.A का सामना करना पड़ रहा है, जिससे कुछ राज्यों में बीजेपी को लेकर विरोध बढ़ रहा है।
इस बीच, बीजेपी ने इस बार बड़े लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए बहुत ही सोच समझकर उम्मीदवारों को टिकट दिया है। बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अब तक 267 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है। भगवा पार्टी ने कम से कम 25 मौजूदा सांसदों की जगह नए चेहरे को चुनावी मैदान में उतारा है और लगभग 21 प्रतिशत उम्मीदवार बाहर हो गए हैं। भगवा पार्टी ने कई राज्यसभा सदस्यों को टिकट देकर संकेत दिया कि पार्टी निर्धारित लक्ष्य हासिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी
मैदान में उतारे गए राज्यसभा सांसद
पीयूष गोयल: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को दो बार के सांसद गोपाल चिनय्या शेट्टी की जगह मुंबई उत्तर से चुनावी मैदान में उतारा गया।
सर्बानंद सोनोवाल: डिब्रूगढ़ लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने अपने कैबिनेट सहयोगी रामेश्वर तेली की जगह ली है।
राजीव चंद्रशेखर: केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर को केरल की तिरुवनंतपुरम सीट से मैदान में उतारा गया।
वी मुरलीधरन: केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन केरल के अटिंगल से चुनाव लड़ेंगे।
अनिल बलूनी: बीजेपी ने गढ़वाल से मौजूदा सांसद तीरथ सिंह रावत की जगह अपने मुख्य प्रवक्ता अनिल बलूनी को चुनावी मैदान में उतारा है।
भूपेंद्र यादव: केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को राजस्थान की अलवर सीट से मैदान में उतारा गया है।