बेंगलुरुः कर्नाटक के बेंगलुरु के राज राजेश्वरी नगर के बीजेपी विधायक मुनिरत्ना को पुलिस ने कोलार जिले से अरेस्ट किया है। बेंगलुरु पुलिस ने कोलार पुलिस की मदद से उन्हें गिरफ्तार किया। कल बेंगलुरु महानगर निगम के 2 कॉन्ट्रेक्टर्स ने उनके खिलाफ जान से मारने की धमकी देने, रिश्वत लेने और जाति सूचक गालियां देने का आरोप लगाते हुए पुलिस में केस दर्ज कराया था। इन ठेकेदारों ने मुनिरत्ना का एक कथित आडियो भी जारी किया जिसमें वो गाली गलौच करते हुए और धमकी देते हुए सुनाई पड़ रहे हैं।
बीजेपी विधायक ने कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया
जानकारी के अनुसार, बीजेपी विधायक के खिलाफ बेंगलुरु पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की। मामला दर्ज होने के बाद मुनिरत्ना चुपचाप बेंगलुरु से कोलार चले गए। पुलिस की टीम ने उन्हें बेंगलुरु के अलग अलग जगहों पर ढूंढा लेकिन वे नहीं मिले। पुलिस के मुताबिक आज शाम साढ़े 4 बजे उनका लोकेशन कोलार के मुलबागल में ट्रेस हुआ। वहां पर पुलिस की टीम पहुंची और मुनिरत्ना को अरेस्ट कर लिया गया उन्हें बेंगलुरु लाकर आगे की पूछताछ होगी। हालांकि मुनिरत्ना ने इस कार्यवाई को राजनीतिक द्वेष से प्रेरित बताया और कहा कि वे कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।
विधायक समेत चार लोगों पर दर्ज हुआ था केस
पुलिस ने मुनीरत्ना समेत चार व्यक्तियों पर एफआईआर दर्ज किया था। एफआईआर में बीजेपी विधायक मुनिरत्न, उनके सहयोगी वीजी कुमार, उनके सुरक्षा अधिकारी अभिषेक और एक अन्य आरोपी वसंत कुमार का नाम शामिल है। ठेकेदार चेल्वाराजू ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक ऑडियो क्लिप जारी किया था, जिसमें दावा किया गया था कि मुनिरत्ना ने उन्हें रिश्वत के लिए परेशान किया था।
मुनिरत्ना के घर के बाहर सुरक्षा कड़ी
इस बीच, दलित संघर्ष समिति (डीएसएस) ने ठेकेदार के खिलाफ जातिवादी अपशब्दों के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई है और बेंगलुरु में मुनिरत्ना के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई है। पुलिस ने एहतियात के तौर पर मुनिरत्ना के घर के बाहर और आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है, बैरिकेड लगा दिए हैं और कुछ सड़कें बंद कर दी हैं।