Highlights
- बिट्टा कराटे ने सबसे पहले सतीश टिक्कू की हत्या की थी
- बिट्टा कराटे को आतंकवाद का सबसे क्रूर चेहरा माना जाता है
Bitta Karate: कश्मीरी पंडितों के नरसंहार के मामले में बिट्टा कराटे पर कानून का शंकजा अब कसने जा रहा है। बिट्टा कराटे उर्फ फारूख अहमद डार के खिलाफ सतीश टिक्कू के परिवार ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सतीश टिक्कू का परिवार आज श्रीनगर कोर्ट में बिट्टा कराटे के खिलाफ सबूत पेश करेगा। टिक्कू परिवार सबूत के तौर पर उस टीवी शो का वीडियो पेश करेगा, जिसमें बिट्टा कराटे ने कश्मीरी पंडितों की हत्याएं कबूल की हैं।
बिट्टा ने सबसे पहले सतीश टिक्कू की हत्या की थी
आपको बता दें कि बिट्टा कराटे कश्मीर घाटी में पंडितों के खिलाफ नरसंहार का चेहरा रहा है। उसने एक वीडियो शो में यह कबूल किया कि सतीश टिक्कू उसके हाथ से मारे गए पहले कश्मीरी पंडित थे।
आतंकवाद का सबसे बड़ा और क्रूर चेहरा था बिट्टा
90 के दशक में कश्मीर घाटी से कश्मीरी पंडितों ने बड़ी संख्या में पलायन किया था। उस दौरान बिट्टा कराटे को आतंकवाद का सबसे बड़ा और क्रूर चेहरा माना जाता था। बिट्टा जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट का प्रमुख चेहरा था। उसे सालों तक गिरफ्तार नहीं गया और वह घाटी में लगातार कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाता रहा। इस दौरान बिट्टा ने अपने हाथों कम से कम 20 कश्मीरी पंडितों की हत्या की थी।
20 से ज्यादा कश्मीरी पंडितों की हत्या
वर्ष 1991 में अपने एक इंटरव्यू में उसने यह माना था कि 1990 में उसने 20 से ज्यादा कश्मीरी पंडितों की हत्या की थी। उसका यह इंटरव्यू टीवी पर प्रसारित हुआ था। बिट्टा कराटे को 'पंडितों का कसाई' कहकर पुकारा जाने लगा था।इस टीवी इंटरव्यू में बिट्टा कराटे ने सतीश टिक्कू की हत्या का भी जिक्र किया था। उसने यह कबूल किया था सतीश टिक्कू वह पहला शख्स था जिसकी उसने हत्या खी थी। बिट्टा कराटे ने यह कहा कि उसे ऊपर से ऐसा करने के लिए कहा गया था इसलिए उसने सतीश टिक्कू की हत्या की।