Highlights
- कल हेलिकॉप्टर हादसे में हुई थी सीडीएस बिपिन रावत की मौत
- वायुसेना प्रमुख वी.आर. चौधरी ने हादसे की जगह का मुआयना किया
कुन्नूर: वायुसेना प्रमुख वी.आर. चौधरी ने तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर हादसे की जगह का दौरा किया। बुधवार को कुन्नूर के पास हुए हादसे में सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी जबकि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह घायल हो गए थे। वायुसेना प्रमुख आज सुबह कुन्नूर पहुंचे जहां से वह घटनास्थल की ओर रवाना हुए। वायुसेना प्रमुख वी.आर. चौधरी पैदल चलकर हादसे की जगह तक पहुंचे क्योंकि वहां तक गाड़ी नहीं जा सकती थी।
आपको बता दें कि कल सीडीएस बिपिन रावत सुबह 8:47 बजे पालम एयरबेस से भारतीय वायुसेना के एम्बरर विमान से रवाना हुए थे और सुबह 11:34 बजे सुलुर एयरबेस पर पहुंचे। सुलुर से उन्होंने एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर से करीब 11:48 बजे वेलिंगटन के लिए उड़ान भरी। उन्होंने बताया कि हेलीकॉप्टर दोपहर 12:22 बजे दुर्घटनाग्रस्त हुआ। इससे पहले लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर रहते हुए छह साल पहले 2015 में जनरल रावत एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में बाल-बाल बच गए थे।
बिपिन रावत को वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में व्याख्यान देना था। दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों में ब्रिगेडियर एल.एस.लिद्दर,सीडीएस के सैन्य सलाहकार एवं स्टाफ अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह शामिल हैं। विंग कमांडर पी.एस.चव्हाण, स्क्वाड्रन लीडर के.सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए., हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेन्द्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक सई तेजा की भी मौत इस हादसे में हो गई।
सीडीएस बिपिन रावत की मौत की सूचना मिलते ही चारों ओर शोक छा गया। सुरक्षा पर प्रधानमंत्री नीत कैबिनेट कमेटी की बैठक में जनरल रावत को श्रद्धांजलि दी गई। जनरल रावत और उनकी पत्नी का पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार शाम राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने की संभावना है तथा उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार को दिल्ली कैंट में होगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘‘अत्यंत दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना’’ में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य की अचानक मृत्यु से उन्हें ‘‘गहरा दुख’’ पहुंचा है। वायुसेना ने कहा, ‘‘जनरल बिपिन रावत डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज के दौरे पर जा रहे थे जहां उन्हें शिक्षकों एवं छात्रों को संबोधित करना था।’’
जनरल रावत 17 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक भारतीय थल सेना के प्रमुख थे। उन्हें 31 दिसंबर 2019 को प्रमुख रक्षा अध्यक्ष नियुक्त किया गया। जनरल रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य के निधन पर थल सेना प्रमुख जनरल एम.एम.नरवणे और सेना के अन्य अधिकारियों ने शोक व्यक्त किया। सेना ने ट्वीट किया, ‘‘जनरल बिपिन रावत का ओजस्वी एवं प्रेरणादायक नेतृत्व हमेशा हमारी यादों में रहेगा। भारतीय सेना उनके अमूल्य योगदान के लिए हमेशा ऋणी रहेगी।’’
इनपुट-भाषा