अहमदाबाद: गुजरात के कच्छ जिले के जखाऊ बंदरगाह के पास शक्तिशाली चक्रवात ‘बिपरजॉय’ की संभावित दस्तक से पहले सरकार ने इससे निपटने के लिए कमर कस ली है। इसी कड़ी में अधिकारियों ने गुजरात के तटीय इलाकों से अब तक लगभग 50 हजार लोगों को निकालकर अस्थायी शेल्टर कैंप्स में ट्रांसफर किया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार को बताया कि ‘बिपरजॉय’ के गुजरात तट की ओर बढ़ने के साथ सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र को तेज हवाओं एवं भारी बारिश का सामना करना पड़ा। IMD ने कहा कि ‘बिपरजॉय’ बुधवार को रास्ता बदलने और उत्तर-पूर्व दिशा में कच्छ एवं सौराष्ट्र की ओर बढ़ने को तैयार है।
150 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
मौसम विभाग ने कहा है कि पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिले के तटों पर बुधवार दोपहर से 65-75 किमी प्रति घंटे से लेकर 85 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। IMD के मुताबिक, कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिले में ये हवाएं धीरे-धीरे 125-135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार अख्तियार कर लेंगी और फिर गुरुवार तक 150 किलोमीटर प्रति घंटे के स्तर पर पहुंच जाएंगी। मौसम विभाग ने बताया कि सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय क्षेत्रों में समुद्री स्थितियां बुधवार शाम तक बहुत खराब व अस्थिर रहने के आसार हैं।
रक्षा मंत्री ने लिया तैयारियों का जायजा
अधिकारियों ने कहा कि तूफान गुरुवार की शाम को जखाऊ बंदरगाह के पास टकराएगा। इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात 'बिपरजॉय' के प्रभाव से निपटने के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की। समीक्षा के बाद उन्होंने ट्विटर पर कहा, ‘तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात 'बिपरजॉय' के संबंध में सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की। सशस्त्र बल चक्रवात के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति या आपात स्थिति से निपटने में अधिकारियों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं।’
NDRF की 33 टीमें संभाल रही हैं कमान
NDRF ने गुजरात और महाराष्ट्र में राहत एवं बचाव अभियान चलाने के लिए कुल 33 टीमों को जिम्मा सौंपा गया है। NDRF की 18 टीमों को गुजरात में रखा गया है, एक को दीव में तैनात किया गया है। अधिकारियों ने गुजरात में NDRF की तैनाती का खाका देते हुए कहा कि NDRF की 4 टीमों को कच्छ जिले में, राजकोट और देवभूमि द्वारका में 3-3, जामनगर में 2, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, मोरबी, वलसाड और गांधीनगर में एक-एक टीम तैनात की गई है। महाराष्ट्र में NDRF की कुल 14 टीमों में से 5 को मुंबई में तैनात किया गया है जबकि बाकी को तैयार स्थिति में रखा गया है।
मांडविया ने भी की तैयारियों की समीक्षा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को ‘बिपरजॉय’ से निपटने के लिए कच्छ में की जा रही तैयारियों की समीक्षा की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने भारतीय वायुसेना की 'गरुड़' आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम द्वारा की गई तैयारियों का जायजा लेने के लिए भुज वायुसेना स्टेशन का दौरा किया। मांडविया ने बाद में आपातकालीन तैयारियों का आकलन करने के लिए भुज में के. के. पटेल सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने कच्छ जिले के सरकारी अस्पतालों, ट्रस्ट द्वारा संचालित अस्पतालों और क्षेत्र के अन्य अस्पतालों में ऑक्सीजन, वेंटिलेटर आदि की उपलब्धता की भी समीक्षा की।
गृह मंत्री ने स्थगित किया अपना ओडिशा दौरा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का 17 जून को ओडिशा का निर्धारित दौरा 'बिपरजॉय' के मद्देनजर स्थगित कर दिया गया। बीजेपी के एकनेता ने कहा कि चूंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शाह दोनों सीधे तौर पर चक्रवात की निगरानी कर रहे हैं, इसलिए केंद्रीय गृह मंत्री के लिए शनिवार को ओडिशा का दौरा करना संभव नहीं होगा। पार्टी की ओडिशा इकाई के महासचिव पृथ्वीराज हरिचंदन ने बुधवार को कहा कि शाह के दौरे की तारीख जल्द तय की जाएगी। हालांकि, उन्होंने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के 22 जून को ओडिशा के कालाहांडी के निर्धारित दौरे में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
द्वारकाधीश मंदिर गुरुवार को रहेगा बंद
तूफान को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने गुरुवार को देवभूमि द्वारका जिले में स्थित प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए बंद रखने का फैसला किया है। द्वारका के उपमंडल मजिस्ट्रेट और द्वारकाधीश मंदिर ट्रस्ट के प्रशासक पार्थ तलसानिया ने कहा कि गुरुवार को मंदिर भक्तों और दर्शनार्थियों के लिए बंद रहेगा। उन्होंने कहा कि यह फैसला चक्रवात की चेतावनी के मद्देनजर लोगों की सुरक्षा के लिए लिया गया है। हालांकि, भक्तों को मंदिर परिसर में जाने की अनुमति नहीं होगी, लेकिन दैनिक अनुष्ठान पुजारी द्वारा अंदर किए जाएंगे और लोग इसे मंदिर की वेबसाइट के साथ-साथ सोशल मीडिया हैंडल पर देख सकेंगे।