Highlights
- बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की नई सरकार में सम्मानजनक हिस्सेदारी की मांग
- सूत्रों के मुताबिक महागठबंधन सरकार में 5 मंत्री पद चाहती है कांग्रेस
- कांग्रेस की कई नेताओं की राय- सरकार का हिस्सा न बनकर महागठबंधन का बाहर से समर्थन करें
Bihar Politics: बिहार में हाल ही में बनी महागठबंधन की सरकार जिसका नेतृत्व नीतीश कुमार कर रहे हैं उसका अभी मंत्रीमंडल विस्तार होना है। इस कवायद के बीच बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि इस सरकार में उनकी पार्टी की प्रभावी और सम्मानजनक भागीदारी होनी चाहिए। लेकिन कांग्रेस के कुछ नेताओं की यह राय है कि पार्टी इस सरकार में शामिल न हो और महागठबंधन सरकार का बाहर से समर्थन करे। पिछले दिनों 9 अगस्त को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने NDA गठबंधन का साथ छोड़ महागठबंधन का हिस्सा बन गए थे। इस नई महागठबंधन के सरकार में तेजस्वी यादव एक बार फिर से उपमुख्यमंत्री बने हैं।
मंत्रीमंडल विस्तार में अहम भूमिका चाहती है कांग्रेस
कुछ ही दिनों में महागठबंधन के नई सरकार का मंत्रीमंडल विस्तार हो सकता है। अभी बिहार में कांग्रेस के 19 विधायक हैं, माना जा रहा है कि मंत्रीमंडल विस्तार के बाद कांग्रेस को 3 मंत्री पद मिल सकते हैं लेकिन सूत्रों के हवाले से यह खबर आ रही है कि कांग्रेस इस नई सरकार में कम से कम 4 मंत्री पद चाहती है। बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास ने शुक्रवार को राजद प्रमुख लालू यादव से मुलाकात की, जिसके बाद उन्होंने कहा कि इस सरकार में पार्टी की हिस्सेदारी सम्मानजनक होगी। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शकील अहमद की राय है कि सरकार में उनकी पार्टी के मंत्रियों की संख्या पांच तक होनी चाहिए, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि सभी घटक दलों के नेता इस बारे में फैसला करेंगे। अहमद ने कहा कि हम कांग्रेस के नेता हैं, इसलिए चाहते हैं कि हमारी पार्टी को ज्यादा से ज्यादा मंत्री पद मिले। लेकिन जब पार्टियों के नेता बातचीत के लिए बैठते हैं तो कई बिंदुओं को देखकर फैसला होता है। हमें लगता है कि पांच मंत्री पद मिलने चाहिए, लेकिन यह घटक दलों के नेता तय करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार में कांग्रेस की भागीदारी से कार्यकर्ताओं और आम जनता के काम करने में पार्टी को आसानी होगी।
बिहार में 5 उपमुख्यमंत्री होने चाहिए -अनिल शर्मा
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस को इस सरकार में न सिर्फ सम्मानजनक हिस्सेदारी मिलनी चाहिए, बल्कि ‘प्रभावी’ भागीदारी भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी यह भी राय है कि सरकार में पिछड़ा, अति पिछड़ा, दलित, मुस्लिम और सवर्ण समुदायों से पांच उप मुख्यमंत्री होने चाहिए, ताकि सामाजिक समरसता दिखे। यह कांग्रेस की मांग नहीं, बल्कि मेरी अपनी सलाह है।’’
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता कौकब कादरी ने कहा कि बिहार की सामाजिक औेर राजनीतिक वास्तविकता को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस को महागठबंधन सरकार का हिस्सा होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘इस गठबंधन में रहकर कांग्रेस अपने आप को मजबूत कर सकती है।’’ कादरी ने कहा, ‘‘मेरे हिसाब से इस सरकार में कांग्रेस के मंत्रियों की संख्या चार होनी चाहिए।’’
कांग्रेस को सरकार का बाहर से समर्थन करना चाहिए -किशोर कुमार झा
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता किशोर कुमार झा ने कहा कि कांग्रेस को सरकार का बाहर से समर्थन करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘साल 2000 और 2015 में हम देख चुके हैं कि सरकार में शामिल होने के बाद अगले चुनावों में हमारी विधानसभा सीट की संख्या घटी। इसलिए मेरा मानना है कि हमें बाहर से समर्थन करना चाहिए।’’ झा ने कहा, ‘‘सत्ता का मुख्य हिस्सा राजद और जद(यू) के पास होगा। कांग्रेस सिर्फ नाम के लिए सत्ता में रहेगी। सत्ता में रहने पर कांग्रेस से जनता की बहुत अपेक्षाएं रहेंगी। हम नैतिक रूप से नीतीश जी का समर्थन करते हैं, लेकिन हम सरकार से बाहर रहकर समर्थन करें, तो उचित रहेगा।’’