Saturday, December 28, 2024
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राजनीतिक पार्टी बनाने पर बोले प्रशांत किशोर, 'अगर जनसुराज दल बनता भी है तो किसी के साथ नहीं करेंगे गठबंधन'

प्रशांत किशोर 2 अक्तूबर 2022 से लगातार बिहार के गांवों का दौरा कर रहे हैं। उनकी पदयात्रा अबतक 2 हजार किमी से अधिक की दूरी तय कर चुकी है। पश्चिम चंपारण से शुरू हुई पदयात्रा शिवहर, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सिवान होते हुए इस समय सारण जिले में है।

Edited By: Sudhanshu Gaur @SudhanshuGaur24
Published : Mar 25, 2023 23:42 IST, Updated : Mar 25, 2023 23:53 IST
Bihar, Prashant Kishor, Jansuraj Yatra
Image Source : FILE/PTI प्रशांत किशोर

पटना: बिहार की राजनीति में पहचान बनाने में जुटे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने शनिवार को साफ किया कि अगर जन सुराज राजनीतिक दल बनता भी है तो किसी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं होगा। अपनी जन सुराज पदयात्रा में बिहार के गांवों तक पहुंच रहे प्रशांत किशोर यात्रा के 175 वें दिन सारण के मढ़ौरा प्रखंड में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि लोग समझते हैं कि मैं राजनीतिक दलों और नेताओं को सलाह देता हूं और उनको व्यवस्थित करके चुनाव जीतने में मदद करता हूं। पहले मैं ये काम दूसरे दलों और नेताओं के लिए करता था, अब यह काम बिहार की जनता के लिए कर रहा हूं।

 सही लोग राजनीति में आकर बिहार का भला करें - पीके 

उन्होंने कहा कि, जनता को संगठित कर एक दल बनाएं, जिससे मैं उस दल की मदद करूं और सही लोग राजनीति में आकर बिहार का भला करें। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में पूरी सोच नई व्यवस्था बनाने की है। इसमें गठबंधन का सवाल पैदा ही नहीं होता है। इस पूरी नई व्यवस्था बनाने में या तो आप अर्श पर हैं या फिर फर्श पर हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जैसे पढ़े-लिखे मुख्यमंत्री के रहते हुए बिहार में पिछले 5 से 7 सालों मे शिक्षा व्यवस्था का ध्वस्त हो जाना ये उनके शासन काल का सबसे काला अध्याय है।

बिहार में कानून व्यवस्था की हालात ख़राब - प्रशांत किशोर 

बिहार में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं का जिक्र करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि पिछले एक- दो महीने से एक बात जो सबसे ज्यादा सुनने को मिल रही है, वह है कानून व्यवस्था की स्थिती का खराब होना। उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में इस साल 15 से ज्यादा मुखिया और 6 से ज्यादा सरपंचों को गोली मार दी गई है। इसके अलावा लोग अपने आस-पास की घटनाओं का जिक्र करते हुए गोलीबारी, हत्या, अपहरण, रंगदारी और हत्या के बारे में बताते हैं।

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