भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए गृह मंत्रालय (MHA) ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के एसपी विशाल गर्ग को निलंबित कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, एसपी विशाल पर मणिपुर से जुड़े एक मामले में रिश्वत लेने का आरोप लगा था। इस आरोप के साबित होने के बाद मंत्रालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एसपी विशाल गर्ग को सस्पेंड किया है। इसके साथ ही उनके ऑफिस को भी सील कर दिया गया है।
एनआईए ने वरिष्ठ अधिकारी के परिसरों पर छापा मारा और उसके बाद एनआईए मुख्यालय में उनके कार्यालय को सील कर दिया गया। एनआईए ने मामले की जांच के लिए एक टीम भी गठित की है।
विशाल गर्ग पर रिश्वत लेने का लगा था आरोप
करीब दो साल पहले, विशाल गर्ग पर लश्कर प्रमुख हाफिज सईद से जुड़े एक फंडिंग मामले में दिल्ली के एक व्यवसायी से 2 करोड़ रुपये रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया था।हालांकि, गर्ग समेत दो अन्य को इस मामले में क्लीन चिट भी मिल गई थी। इसके बाद एक व्यवसायी ने आरोप लगाया था कि अधिकारियों ने हाफिज सईद के 'फलह-ए इंसानियत' फाउंडेशन से जुड़े एक आतंकी मामले में उसका नाम नहीं लेने के लिए दो करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी।
इस संबंध में एनआईए ने जुलाई 2018 में मामला दर्ज किया था। एनआईए से निलंबित एसपी विशाल गर्ग 2007 के समझौता और अजमेर विस्फोट मामले की जांच कर रहे जांच दल का हिस्सा रहे हैं। 2018-19 में विशाल गर्ग द्वारा हाफिज सईद के एनजीओ 'फलह-ए इंसानियत' के भारत में कई मदरसों को वित्त पोषण के संबंध में भी जांच की गई थी।