कंझावला केस में लापरवाही के आरोप में दिल्ली पुलिस के 11 कर्मियों पर गाज गिरी है। जानकारी के अनुसार गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद रोहिणी जिले में तैनात इन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। ये सभी पुलिसकर्मी एक जनवरी की रात पीसीआर और पिकेट पर तैनात थे। दिल्ली के कंझावला मामले में अंजलि को कार से घसीटने वाले आरोपियों पर एक्शन के बाद अब गृह मंत्रालय ने पुलिस के उन कर्मियों पर एक्शन लिया है, जिन्होंने इस मामले में लापरवाही की है। ये पुलिसकर्मी 1 जनवरी को ड्यूटी पर तैनात थे। रोहिणी जिले में पीसीआर और पिकेट पर तैनात उन सभी 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इससे पहले दिल्ली पुलिस की वरिष्ठ अधिकारी शालिनी सिंह की रिपोर्ट के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पुलिस को एक्शन लेने के निर्देश दिए थे। जिन पर गाज गिरी है उनमें 2 सब इंस्पेक्टर, 4 असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर, 4 हेड कॉन्स्टेबल, 1 कॉन्स्टेबल शामिल हैं। सस्पेंड पुलिसकर्मियों में से 6 PCR की डयूटी में तैनात थे और 5 पुलिसकर्मी पिकेट पर तैनात थे।
आरोपियों के ब्लड सैंपल की रिपोर्ट दिल्ली पुलिस को सौंपी
इसी बीच FSL रोहणी ने आरोपियों के ब्लड सैंपल की रिपोर्ट दिल्ली पुलिस को सौंपी है। इससे यह पता चल पाएगा कि आरोपियों ने उस रात शराब पी थी या नहीं। क्राइम सीन की रिपोर्ट भी FSL ने दिल्ली पुलिस को सौंपी। वहीं मृतक लड़की के ब्लड में अल्कोहल था या नहीं, यह रिपोर्ट भी FSL ने तैयार की। FSL आज शाम 5 बजे तक यह रिपोर्ट भी दिल्ली पुलिस को सौंपेगी।
आरोपियों पर धारा 302 लगाकर मामले की जांच के निर्देश
उधर, इस मामले में उपलब्ध सबूतों के आधार पर पुलिस ने इस केस के आरोपियों पर धारा 302 यानी हत्या की धारा लगाकर मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि जिस वक्त वारदात हुई, इलाके के डीसीपी स्पष्टीकरण दें। यह निर्देश भी दिया गया कि घटना वाली जगह के आसपास वाले क्षेत्र में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की जाए।