हरियाणा से दूसरी बार गुजर रही कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' के फायदे गिनाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि यात्रा राज्य के मुद्दे उठाने में कामयाब रही है। बीजेपी सरकार के खिलाफ लोगों में गुस्सा है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बेशक कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' का मकसद राजनीतक नहीं है। ये पूरे देश में भाईचारे का संदेश देने के लिए निकाली जा रही है, लेकिन ये यात्रा स्थानीय मुद्दों को जनता के बीच उठाने में बेहद कामयाब साबित हुई है।
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि राज्य में तमाम ऐसे मुद्दे हैं जिनसे लोग परेशान हैं और 'भारत जोड़ो यात्रा' उन सभी परेशानियों को उठाने का एक मंच साबित हुआ है। उन्होंने कहा, "तमाम संगठनों ने अपनी बात 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल होकर रखी। सोमवार को कुछ किसान संगठन भी कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे और अपनी स्मायाओं को रखेंगे। कांग्रेस किसानों की इन समस्याओं और मांगों को राष्ट्रीय स्तर पर उठाएगी। केंद्र और राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार के खिलाफ लोगों में गुस्सा है। लोग प्रखर होकर अपने मुद्दों को उठा रहे हैं।"
'अंबाला में लोगों में भाईचारे का संदेश देगी यात्रा'
हरियाणा की राजनीति में पार्टी की ओर से फ्री हैंड ले चुके भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि मंगलवार को 'भारत जोड़ो यात्रा' अंबाला में लोगों में भाईचारे का संदेश देगी। यात्रा पंजाब होते हुए कश्मीर जाएगी। आजादी के समय देश को एकजुट करने के लिए महात्मा गांधी का भी यही लक्ष्य था, जो कि आज के राजनीतक युग में एक मिसाल है, क्योंकि आज की राजनीति जनता को धर्म और जाति के नाम पर आपस में तोड़ने की हो रही है। हालांकि, राहुल गांधी ने भी हरियाणा के कुरुक्षेत्र में ये कहा कि यात्रा से फायदा क्या मिला या क्या बदलाव आया, ये यात्रा के बाद ही निकल कर सामने आएगा।
गौरतलब है कि 'भारत जोड़ो यात्रा' के माध्यम से कांग्रेस चुनावी वर्ष 2024 के लिए हरियाणा में सियासी बिसात भी बिछा रही है। यही कारण है कि हरियाणा में यात्रा का रूट मैप बहुत ही रणनीतिक तरीके से तैयार किया गया है। यात्रा का फोकस उन क्षेत्रों पर रखा गया है, जो कभी कांग्रेस का गढ़ रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ समय से कमजोर स्थिति में है। हरियाणा पूरे भारत में एक मात्र ऐसा राज्य है, जहां कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' दूसरी बार चल रही है।