Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने शुक्रवार को कहा कि भारत जोड़ो यात्रा पार्टी कांग्रेस के लिए 'बूस्टर खुराक' और देश की राजनीति के लिए 'निर्णायक एवं परिवर्तनकारी क्षण' है। रमेश ने अपने राज्यसभा सहयोगी दिग्विजय सिंह के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नया जोश लाने और संगठन को नई ऊर्जा प्रदान करने के लिए राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक 3570 किलोमीटर की पदयात्रा कर रहे हैं जो साढ़े पांच महीने चलेगी। उन्होंने कहा, "यह यात्रा कांग्रेस के लिए बूस्टर खुराक तथा देश की राजनीति के लिए निर्णायक और परिवर्तनकारी क्षण है। कार्यकर्ता ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर लोगों से संपर्क करेंगे जिससे कांग्रेस की संगठनात्मक ताकत बढ़ेगी।"
'देश मुख्यतया तीन वजहों से टूट रहा है'
रमेश ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा की इस टिप्पणी को लेकर उन पर निशाना साधा कि भारत पहले से ही एकजुट है और यात्रा करके इसे पुन: जोड़ने की कोई आवश्यकता नहीं है। कांग्रेस नेता ने कहा, "मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि देश मुख्यतया तीन वजहों से टूट रहा है - आर्थिक असमानता, सामाजिक ध्रुवीकरण और राजनीतिक निरंकुशता।" उन्होंने आरोप लगाया कि महंगाई, बेरोजगारी, मुख्य खाद्य उत्पादों पर जीएसटी लगाने एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार की विभिन्न आर्थिक नीतियों ने अमीरों और गरीबों के बीच की खाई को और गहरा बना दिया है।
भाजपा की वॉशिंग मशीन की जरूरत है: रमेश
रमेश ने कहा, ‘‘राजनीतिक मोर्चे पर, संवैधानिक कार्यालयों को कमजोर किया जा रहा है, राज्यों के अधिकारों में कटौती की जा रही है।" उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री के निरंकुश तरीकों के कारण विभाजनकारी राजनीति हो रही है।’’ कुछ कांग्रेस नेताओं के पार्टी छोड़ने के बारे में पूछे जाने पर राज्यसभा सदस्य रमेश ने कहा कि ऐसे नेताओं को दो श्रेणियों में बांटा जा सकता है - पहला वे हैं जिन्होंने 30-40 साल तक पार्टी से सब कुछ लिया और फिर अपने स्वार्थवश पार्टी छोड़ दी। उन्होंने कहा, "दूसरे नेता वे हैं जिन्हें राजनीति में बने रहने के लिए दाग (भ्रष्टाचार के आरोप) मिटाने की खातिर भाजपा की वॉशिंग मशीन की जरूरत है। असम के मुख्यमंत्री इसी श्रेणी में आते हैं।"
एकमात्र ऐसी पार्टी है जहां इस तरह के चुनाव होते हैं
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, "वह कुछ वर्षों तक हमारे साथ थे और उससे पहले 'टुकड़े टुकड़े' संगठनों के साथ थे। दिवंगत मुख्यमंत्री हितेश्वर सैकिया ने उन्हें बचाया था। शीशे के घरों में रहने वाले लोगों को दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकने चाहिए।" कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए लंबित चुनावों के बारे में सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जहां इस तरह के चुनाव होते हैं और किसी भी सदस्य को चुनाव लड़ने की अनुमति है।
मौजूदा यात्रा के संदर्भ में पार्टी महासचिव रमेश ने कहा कि सुरक्षा और भौगोलिक पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कन्याकुमारी से कश्मीर तक का मार्ग तय किया गया। उन्होंने कहा कि असम में यात्रा एक नवंबर से शुरू होगी जिसमें कई स्थानीय और राष्ट्रीय नेता शामिल होंगे। यह यात्रा पश्चिम में धुबरी से पूर्व में सादिया तक होगी। रमेश ने कहा कि अगले साल पश्चिम में पोरबंदर से पूर्व में परशुराम कुंड तक की यात्रा की योजना बन सकती है।