Highlights
- रांची रेलवे स्टेशन पर किए गए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
- RAF, RPF और CRPF के जवानों को किया गया तैनात
- कोडरमा में तैनात सुरक्षा बलों ने किया फ्लैग मार्च
Bharat Bandh: अग्निपथ योजना के विरोध प्रदर्शन को लेकर झारखंड में "भारत बंद" के मद्देनजर सोमवार को पांच हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया। भारत बंद के चलते राज्यभर में स्कूल भी बंद रहे। झारखंड पुलिस के प्रवक्ता और आईजी अमोल वी होमकर ने बताया कि अब तक राज्य में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। राजधानी रांची, जमशेदपुर, पलामू और अन्य जगहों पर दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले रहे। होमकर ने कहा कि राज्य की राजधानी रांची और पूरे राज्य में आरएएफ, आरपीएफ और सीआरपीएफ के पांच हजार से ज़्यादा कर्मियों को तैनात किया गया है। रांची रेलवे स्टेशन पर भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। होमकर ने कहा, “विरोध को देखते हुए रैपिड एक्शन फोर्स की दो बटालियन, रेलवे सुरक्षा बल की छह बटालियन और सीआरपीएफ की 24 बटालियन को तैनात किया गया है। अभी तक किसी तरह की हिंसा की खबर नहीं है।”
भारत बंद के कारण सरकारी और निजी स्कूल बंद
स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव राजेश कुमार शर्मा ने कहा कि भारत बंद के कारण सरकारी और निजी स्कूल बंद हैं। कक्षा नौवीं और 11वीं कक्षाओं की रद्द की गई परीक्षाओं की नई तारीखों की घोषणा जल्द ही की जाएगी। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि गोरखपुर-हटिया-मौर्य एक्सप्रेस, चोपन-रांची एक्सप्रेस, हटिया-पूर्णिया कोर्ट एक्सप्रेस और रांची-पटना जन शताब्दी एक्सप्रेस सहित कई ट्रेन आज के लिए रद्द कर दी गईं। सेना में भर्ती के लिए लाई गई विवादास्पद अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग देश के लगभग हर कोने में हो रही है।
"सशस्त्र बलों की नौकरियों को कमर्शियल करने पर आमादा केंद्र"
पलामू संभाग के आयुक्त जे एस चौधरी ने कहा कि प्रदर्शन के मद्देनजर सीआरपीएफ की कई बटालियन को संभाग में तैनात किया गया है। सुरक्षाबलों को मेदिनीनगर, हरिहरगंज, लातेहार, बालूमठ, गढ़वा और रंका में भी मुस्तैद रहने को कहा गया है। कोडरमा में सुरक्षा बलों ने फ्लैग मार्च किया जबकि लोहरदगा में लंबी दूरी की बसें और मालवाहक वाहन नहीं चले। इस बीच झारखंड कांग्रेस ने आरोप लगाया कि केंद्र सशस्त्र बलों की नौकरियों का व्यवसायीकरण करने पर आमादा है। जबकि देश के युवा सेवा की भावना और राष्ट्र के प्रति लगाव से इस पेशे को अपनाने की इच्छा रखते हैं। उल्लेखनीय है कि सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में बदलाव करते हुए तीनों सेनाओं में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना की 14 जून को घोषणा की थी। इसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की लघु अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी।