Highlights
- पिछले 30 वर्षों में हमारे सभी शहरों में सुधारों की कमी को दर्शाता है- पई
- सरकार की प्रभावहीनता, खराब शासन और अधिक भ्रष्टाचार का नतीजा- पई
- बेंगलुरु में बारिश कहर बरपा रही है।
Bengaluru Rains: सूचना और प्रौद्योगिकी जगत के दिग्गज टी.वी.मोहनदास पई ने कहा है कि भारी बारिश के कारण बेंगलुरु में मची तबाही खराब शासन, ज्यादा भ्रष्टाचार और शहरी सुधारों में कमी समेत विभिन्न कारकों का परिणाम है। आईटी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी इंफोसिस लिमिटेड के पूर्व मुख्य वित्तीय अधिकारी पई ने 2 दिन की मूसलाधार बारिश के बाद बेंगलुरू के कुछ हिस्सों में आई बाढ़ पर कहा कि राजनीतिक नेताओं और नौकरशाहों ने लोगों को मायूस किया है।
पिछले 30 वर्षों में हमारे सभी शहरों में सुधारों की कमी को दर्शाता है- पई
पई ने कहा, “सरकार की प्रभावहीनता, खराब शासन और अधिक भ्रष्टाचार का नतीजा। धन आवंटित किया जाता है लेकिन उच्च भ्रष्टाचार की वजह से घटिया काम होता है। निगम की क्षमताओं में कमी और अवैध निर्माण, सूची बड़ी है।” उन्होंने कहा “यह पिछले 30 वर्षों में हमारे सभी शहरों में शहरी सुधारों की कमी को भी दर्शाता है।”
90 साल का टूटा रिकॉर्ड
बेंगलुरु में बारिश कहर बरपा रही है। यहां बारिश का 90 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। आसमानी आफत में यहां अबतक 5 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच मौसम विभाग ने अगले दो दिन तक बारिश का येलो अलर्ट जारी कर दिया है। भारी बारिश की वजह से बेंगलुरु के कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं। आलीशान घर, लग्जरी गाड़ियां, सब की सब डूब चुकी हैं ऐसी स्थिति में स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है जबकि कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम (Work From Home) का निर्देश दिया है।
भारी बारिश की वजह से आम लोग परेशान
बेंगलुरु में भारी बारिश की वजह से आम जनजीवन पटरी से उतर गया । देश की आईटी राजधानी के नाम से प्रसिद्ध शहर में मंगलवार को जगह-जगह दो पहिया वाहन चालकों को पानी से भरी सड़कों पर अपने वाहनों को धकेलते और पैदल यात्रियों को घुटनों तक पानी से गुजरते देखा गया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शहर में पानी भरने के लिए भारी बारिश और पिछली कांग्रेस सरकारों के कुप्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने हर मुश्किल का सामना करते हुए शहर में बारिश से उपजी समस्याओं को दूर करने की चुनौती स्वीकार की है और यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे कि भविष्य में फिर ऐसी दिक्कतों का सामना न करना पड़े।