बेंगलुरु वाटर सप्लाई एंड सीवरेज बोर्ड (BWSSB) के मुख्य लेखाकार और बीजेपी विधायक के बेटे प्रशांत को लोकायुक्त ने कल 40 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। छापेमारी के दौरान उनके ऑफिस से लोकायुक्त के अधिकारियों ने करोड़ों रुपये भी बरामद किए थे। इस मामले में मुख्य आरोपी प्रशांत के साथ अब तक 5 लोगों को कस्टडी में लिया गया है। विधायक मदल विरुपक्षप्पा को भी इस केस में आरोपी बनाया गया है। लोकायुक्त का कहना है कि बीजेपी MLA फिलहाल फरार हैं और उनकी तलाश की जा रही है।
भाजपा विधायक ने बोर्ड से दिया इस्तीफा
वहीं इस मामले में नाम आने के बाद भाजपा विधायक मदल विरुपक्षप्पा ने कर्नाटक साबुन और डिटर्जेंट लिमिटेड के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को लिखे पत्र में बीजेपी विधायक ने कहा, "मेरे परिवार के खिलाफ कुछ साजिश है। मैं नैतिक जिम्मेदारी के तहत इस्तीफा दे रहा हूं क्योंकि मेरे खिलाफ आरोप हैं।"
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कही ये बात
वहीं इस मामले में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, हम किसी को बचाएंगे नहीं। संवाददाताओं से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकायुक्त राज्य में कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान दर्ज सभी मामलों की जांच करेगा। उन्होंने कहा, हमने भ्रष्टाचार को रोकने के एकमात्र उद्देश्य के साथ लोकायुक्त कार्यालय को फिर से स्थापित किया है। सीएम बोम्मई ने कहा, लोकायुक्त को बिना पक्षपात के मामले की जांच करने दें। कांग्रेस विधायकों ने भी अपने कार्यकाल के दौरान कई आरोपों का सामना किया, लेकिन सभी मामलों को दबा दिया गया। उन सभी मामलों की अब जांच की जाएगी।
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