चंद्रमा पर उतरने से पहले चंद्रयान-3 के लैंडर ने फिर चांद की विशेष तस्वीर खींची है। इसे इसरो ने गर्व के साथ शेयर किया है। अभी कुछ दिन पहले चांद की कक्षा में प्रवेश के दौरान भी चंद्रयान-3 ने चांद और पृथ्वी की तस्वीर खींचकर भेजी थी। लैंडर द्वारा ली गई छवियों में स्पष्ट रूप से चंद्रमा के क्रेटर एरिस्टार्चस, एडिंगटन और पाइथागोरस के साथ-साथ चंद्रमा की सतह पर अंधेरे मैदानों में से एक ओशनस प्रोसेलरम दिखाई देता है। इन तस्वीरों का इसरो बारीकी से अध्ययन कर रहा है। इससे भविष्य में चांद से जुड़े कई रहस्यों के खुलने की उम्मीद है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने गुरुवार को चंद्रयान-3 मिशन के विक्रम नाम के स्वदेशी लैंडर मॉड्यूल से ली गई चंद्रमा और पृथ्वी की ताजा छवियों का एक सेट साझा किया। चंद्रयान-3 के चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने में केवल एक पखवाड़ा शेष है। अंतरिक्ष यान ने 5 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था। इसके 23 अगस्त को चंद्रमा पर उतरने की उम्मीद है। लैंडर ने एक और तस्वीर खींची है, जहां अन्य छवि में पृथ्वी को दूर से दिखाया गया है। इसे 14 जुलाई को लैंडर इमेजर कैमरे द्वारा देखा गया था। इसी दिन देश का तीसरा मानवरहित चंद्रमा लैंडर मिशन लॉन्च किया गया था।
दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा चंद्रयान
इसरो के वैज्ञानिकों के अनुसार भारत का चंद्रयान-3 आगामी 23,24 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा। यह चांद का अंधेरा हिस्सा है, जहां सबकुछ रहस्यम है। यहां तक अभी दुनिया का कोई भी देश नहीं पहुंच पाया है। अगर भारत के चंद्रयान का लैंडर सफलतापूर्वक यहां उतर जाता है, तो चांद के दक्षिण ध्रुव पर पहुंचने वाला हिंदुस्तान दुनिया का पहला देश हो जाएगा। यह भारत की बड़ी उपलब्धि होगी।