Highlights
- विहिप ने हिंसा के दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की
- देशभर के जिला मुख्यालयों में धरना और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन
- विहिप ने कहा-'जिन्हें धमकियां मिल रही, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो, दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए'
Bajrang Dal Protest: देश में बढ़ती जिहादी कट्टरपंथियों की अतिवादी घटनाओं के विरोध में विश्व हिंदू परिषद की युवा इकाई बजरंगदल अब सड़कों पर उतरेगा। हिंदू संगठनों का मानना है कि मस्जिदों से निकलने वाले जिहादी कट्टरपंथी लगातार हिंदुओं के घरों को जला रहे हैं, उन पर जानलेवा हमला कर रहे हैं। ऐसी हिंसक घटनाओं के विरुद्ध बजरंगदल आज गुरुवार 16 जून को देशभर के जिला मुख्यालयों में धरने देकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी देगा।
इसकी घोषणा करते हुए विहिप के मुंबई क्षेत्र मंत्री शंकरजी गायकर ने कहा कि गत शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के बाद जिन मस्जिदों से उन्मादी भीड़ व दंगाई निकले थे उन पर कड़ी निगरानी रखी जाए। जिन लोगों ने उस भीड़ को उकसाया, उनके विरुद्ध भी कठोर कार्रवाई बिना देरी के हो। उन्होंने मांग की कि जिनको धमकियां
दी जा रही हैं उन लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए तथा जो लोग ये धमकियां दे रहे हैं, उनके विरुध्द आपराधिक मामले दर्ज किए जाएं और जल्दी ही उनकी गिरफ्तारी हो।
साथ ही, हिंसा में शामिल लोगों के साथ उन जिहादी मानसिकता के लोगों, मस्जिदों तथा जमीयत ए उलेमा ए हिन्द जैसे संगठनों के विरुद्ध भी शिकंजा कसा जाए जो कि इन दंगाइयों के खाद-पानी व प्रेरणा के स्रोत हैं। बजरंग दल के मुंबई क्षेत्र संयोजक विवेक कुलकर्णी ने भी बताया कि 16 जून को पूरे भारत में बजरंग दल द्वारा धरना प्रदर्शन और राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि रामनवमी की शोभायात्राओं पर 100 से अधिक स्थानों पर जेहादियों द्वारा हमले किए गए थे। पिछले कुछ दिनों से किसी भी बात का बहाना बनाकर हिंदू समाज पर हमले, पथराव, आगजनी, लूटपाट लगातार हो रही है। शासकीय संपत्ति को निशाना बनाया जा रहा है। हिंदू समाज इन हमलों से आक्रोशित है।
विहिप के प्रवक्ता द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार विरोध की इन घटनाओं के विरोध में यह धरना प्रदर्शन और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपने का काम किया जा रहा है। इस देशव्यापी केंद्रीय कार्यक्रम में महाराष्ट्र एवं गोवा राज्य के सभी जिले और गांवों के स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। विहिप ने आह्वान किया है कि सभी हिंदू युवा से अधिक संख्या में कार्यक्रम में उपस्थित होकर विरोध प्रदर्शन में शामिल हो।