बागेश्वर सरकार के नाम से मशहूर पंडित धीरेंद्र शास्त्री के इर्द-गिर्द इन दिनों विवादों और चर्चाओं के बादल छाए हुए हैं। एक धड़ा जहां उनके खिलाफ मुखर है तो वहीं दूसरा धड़ा बागेश्वर बाबा के लिए खुलकर समर्थन में आ गया है। अब प्रयागराज के माघ मेले में संतों ने मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम मंदिर के प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (बागेश्वर सरकार) को समर्थन दिया है। इतना ही नहीं संतों ने राम जन्मभूमि आंदोलन की तर्ज पर धर्मांतरण के खिलाफ आंदोलन चलाने की भी घोषणा भी की है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने उस सम्मेलन की अध्यक्षता की, जहां संतों ने बागेश्वर बाबा को समर्थन देने की घोषणा की।
नागपुर पुलिस ने बागेश्वर धाम के प्रमुख को ‘क्लीन चिट’ दी
वहीं नागपुर पुलिस ने अंधविश्वास गतिविधियों को कथित तौर पर बढ़ावा देने के खिलाफ दर्ज शिकायत में बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को बुधवार को ‘‘क्लीन चिट’’ दे दी। ‘अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति’ के संस्थापक श्याम मानव ने एक शिकायत दर्ज कराकर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ नागपुर में अपने कार्यक्रमों में अंधविश्वास गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था।
धीरेंद्र शास्त्री को मिली जान से मारने की धमकी
बता दें कि 26 साल के धीरेंद्र शास्त्री हाल ही में अपने अनुयायियों के साथ चर्चा में रहे हैं, जो मानते हैं कि उनके पास चमत्कारी शक्तियां हैं, जबकि कई लोग उन्हें धोखाधड़ी के रूप में खारिज करते हैं। इस बीच पर्ची के जरिए लोगों का भविष्य बताने का दावा करने वाले स्वयंभू संत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को एक व्यक्ति ने फोन पर जान से मारने की धमकी दी है। शास्त्री गढ़ा गांव में बागेश्वर धाम के प्रधान पुजारी हैं। यहां बड़ी संख्या में लोग आते हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शास्त्री के चचेरे भाई लोकेश गर्ग को सोमवार रात को एक धमकी भरा फोन आया। पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने कहा, ‘‘फोन करने वाले ने अपना नाम अमर सिंह बताया। शास्त्री के चचेरे भाई लोकेश गर्ग की शिकायत पर भारतीय दंड संहिता की धारा 506 (आपराधिक धमकी के लिए सजा) और 507 (एक गुमनाम संचार द्वारा आपराधिक धमकी) के तहत बमीठा थाना में मामला दर्ज किया गया है।’’
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