नई दिल्ली: माफिया अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से एक बार फिर प्रयागराज लाया जा रहा है। पुलिस का काफिला सड़के के रास्ते से कड़ी सुरक्षा में अतीक को प्रयागराज के लिए लेकर निकल चुका है। इस बीच खबर मिली है कि पुलिस के काफिले की एक गाड़ी रास्ते में खराब हो गई है। इस वजह से अतीक को लेकर चलने वाला पुलिस का काफिला राजस्थान के डूंगरपुर में रुका हुआ है।
क्या है पूरा मामला
अतीक को लेकर पुलिस गुजरात से प्रयागराज के लिए रवाना हो चुकी है। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, फिर भी अतीक अहमद को अपनी मौत का डर सता रहा है और वह थर-थर कांप रहा है। अतीक अहमद ने कहा है कि यूपी पुलिस द्वारा उसे मारने की साजिश रची जा रही है। उसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए क्यों पेश नहीं किया गया है।
अतीक अहमद का कहना है कि इनकी (यूपी पुलिस) नीयत सही नहीं है। मारना चाहते हैं। उमेश पाल केस में ले जा रहे हैं लेकिन उमेश पाल हत्या केस में तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हो सकती थी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए सुप्रीम कोर्ट ने कहा है तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग क्यों नहीं की गई।
अतीक के कुनबे पर भी कसा जा रहा शिकंजा
एक तरफ अतीक मौत के डर से कांप रहा है, वहीं दूसरी तरफ उसके कुनबे पर भी पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। पुलिस को अतीक के पुश्तैनी घर से कुछ ऐसे सुराग मिले हैं, जिसके बाद उसके फरार बेटे असद और बीवी शाइस्ता का बचना मुश्किल है।
पुलिस को अतीक के घर से एक लाल डायरी मिली है, जिसमें कई राज छिपे हैं। उस लाल डायरी में क्या है? अब सभी को उसके राज खुलने का इंतजार है। लाल डायरी में असद और शाइस्ता के कारनामों का पूरा काला चिट्ठा है। पुलिस सूत्रों की मानें तो ये डायरी अतीक अहमद के बेटे और उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी असद की है। डायरी में शूटर्स को दिए गए पैसे और हथियारों का पूरा ब्यौरा है।
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