अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को कोर्ट ने 7 दिन के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया है। गुजरात के साबरमती जेल से लाए गए माफिया अतीक अहमद को बुधवार के दिन नैनी जेल में रखा गया और गुरुवार के दिन उसे प्रयागराज के सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। बता दें कि पहले कोर्ट ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया था। लेकिन अब अतीक और अशरफ को पुलिस रिमांड में भेजे जाने के बाद यूपी पुलिस दोनों भाइयों से उमेश पाल हत्याकांड की साजिश से जुड़े सवाल-जवाब करने वाली है।
पाकिस्तान के हथियार खरीदता था अतीक
कोर्ट में यूपी पुलिस द्वारा रिमांड की कॉपी पेश की गई थी। इस रिमांड की कॉपी में पुलिस ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा भारतीय सीमा में ड्रोन से गिराए जाने वाले हथियारों की खरीद-फरोख्त में अतीक और अशरफ शामिल हैं। यूपी पुलिस ने अपनी रिमांड की कॉपी में इस बाबत खुलासा किया है। रिमांड की कॉपी में लिखा है- पाकिस्तान की तरफ से पंजाब में ड्रोन के जरिए हथियार गिराए जाते हैं। उस हथियार को आरोपी कुछ लोगों से खरीदते हैं। आरोपी जेल में रहकर उसकी पहचान नहीं करवा सकते हैं। इसलिए इनकी रिमांड जरूरी है। रिमांड पर लेने के बाद आरोपी को उस स्थान पर लेकर जाना है ताकि हथियार बेचने वाले सप्लायरों की पहचान की जा सके।
रिमांड कॉपी में क्या लिखा है..
रिमांड कॉपी के मुताबिक आरोपी अतीक अहमद ने अपने 12 अप्रैल 2023 को पुलिस को दिए बयान में बताया है कि मैंने उमेश पाल हत्याकांड की पूरी साजिश जेल में बैठकर रची थी. पत्नी शाईस्ता को मुलाकात के दौरान नए मोबाइल फोन और सिम मुहैया करवाने को बोला था, उस सरकारी आदमी का नाम भी बताया जिसके हाथ ये मोबाइल और सिम जेल तक पहुंचा. रिमांड कॉपी में यह भी बताया गया कि कैसे अशरफ को भी मोबाइल और सिम मुहैया करवाए गए.
अतीक ने बताया कि हमने जेल से उमेश की हत्या की साजिश तैयार की. साथ ही शाईस्ता ने जानकारी दी थी कि उमेश के साथ 2 gunmen रहते हैं. अतीक ने कबूल किया कि उसके संबंध ISI एजेंट और लश्कर से हैं जो ड्रोन से हिंदुस्तान में हथियार भेजते हैं. अशरफ ने कबूल किया कि वो पंजाब में उन लोकेशन की पहचान करवा सकता है जहां से इसने अतीक के साथ जाकर हथियार खरीदे. ये हथियार पंजाब बॉर्डर पर फार्म हाउस में आते थे वहीं से जम्मू-कश्मीर भी आतंकियों को भेजे जाते थे.
असद के पास मिला विदेशी हथियार
कुछ देर पहले ही यूपी पुलिस द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड मामल में अतीक अहमद और अशरफ की पेसी में कोर्ट में होनी थी। अतीक की गाड़ी झांसी के रास्त गुजरती। ऐसे में अतीक के बेटे असद और उमेश पाल हत्या में शामिल शूटर गुलाम पुलिस के काफिले पर हमला कर अतीक और अशरफ को छुड़ाने की फिराक में थे। इस बीच पुलिस ने इस इनपुट के मिलते ही असद के खिलाफ एक्शन लिया। पुलिस ने घेराबंदी की। दोनों तरफ से की गई गोलीबारी में असद और गुलाम को गोली लगने से वो घायल हो गए और फिर बाद में दोनों की मौत हो गई।