नई दिल्ली: प्रयागराज में हुई माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या समेत यूपी में हुए 183 एनकाउंटर की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। ये याचिका एडवोकेट विशाल तिवारी ने दायर की है। इसमें ये मांग की गई है कि यूपी के विशेष डीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) द्वारा बताए गए 2017 के बाद से हुए 183 एनकाउंटरों की जांच के लिए पूर्व सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस की अध्यक्षता में एक स्वतंत्र विशेषज्ञ समिति का गठन किया जाए और मामलों की जांच करवाई जाए।
अतीक के साथ क्या हुआ था?
शनिवार रात अतीक अहमद और अशरफ को प्रयागराज में मेडिकल कॉलेज के पास मेडिकल के लिए ले जाया जा रहा था। इसी दौरान अतीक और अशरफ मीडिया से बात कर रहे थे। तभी नकली मीडियाकर्मी बनकर पहुंचे हमलावरों ने अतीक के सिर के पास गन सटाकर गोली मार दी। इस दौरान हमलावरों ने कई राउंड फायरिंग की। गोली लगते ही अतीक और उसका भाई अशरफ जमीन पर गिर पड़े और दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में 3 हमलावरों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया, जिन्हें रविवार को कोर्ट में पेशी के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
यूपी में न्यायिक जांच कमेटी पहले ही देने वाली थी रिपोर्ट
इससे पहले खबर आई थी कि अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या से संबंधित 3 सदस्यीय न्यायिक जांच कमेटी 2 महीने में यूपी सरकार को रिपोर्ट देगी। समिति की अध्यक्षता इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज अरविंद कुमार त्रिपाठी करेंगे। इस कमेटी में रिटायर्ड अधिकारी सुबेश कुमार सिंह और रिटायर्ड जिला जज बृजेश कुमार सोनी भी शामिल हैं।
ये भी पढ़ें:
दिल्ली: सीबीआई ऑफिस से बाहर निकले सीएम केजरीवाल, शराब नीति मामले में हुई 9 घंटे से ज्यादा पूछताछ
अतीक अहमद की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, जानें हमलावरों की कितनी गोलियां लगीं