लखनऊ: अतीक अहमद ने अपने बेटे असद की फरारी के दौरान अंतरराष्ट्रीय माफिया डॉन अबू सलेम की मदद ली थी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक असद को छिपाने के लिए यह मदद ली गई थी। वहीं सूत्रों के मुताबिक अतीक ने इस मामले में दिल्ली के एक बड़े राजनेता की भी मदद ली थी। असद के लिए मुंबई में रुकने का इंतज़ाम किया गया था। ऐसी खबर भी है कि झांसी में जिस जगह एनकाउंटर हुआ वहां पर पर 26 फरवरी को शूटर गुड्डू मुस्लिम भी आया था और तीन दिनों तक छिपा रहा था। 24 फरवरी को उमेशपाल हत्याकांड को अंजाम देने के बाद गुड्डू यहीं पर आया था।
एसटीएफ ने एनकाउंटर में असद और गुलाम को मार गिराया
बता दें कि बृहस्पतिवार को यूपी एसटीएफ ने झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके एक साथी गुलाम को मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस के मुताबिक दोनों के पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद किए गए हैं। प्रयागराज में उमेश पाल और उसके दो गनर्स की हत्या के बाद असद और गुलाम फरार थे। पुलिस को सरगर्मी से अपराधियों की तलाश थी। दोनों को पकड़ने के लिए एसटीएफ की कई टीमों को लगाया गया था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, झांसी में बृहस्पतिवार को एसटीएफ की एक टीम ने जब मोटरसाइकिल से भागने की कोशिश कर रहे असद और गुलाम को रोका, तो दोनों ने एसटीएफ टीम पर गोलियां चलाईं। उन्होंने बताया कि एसटीएफ की जवाबी कार्रवाई में असद और गुलाम मारे गए।