नयी दिल्ली: बाहुबली नेता और पूर्व सांसद अतीक अहमद की सुरक्षा का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। अतीक अहमद के वकील हनीफ खान ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। इस याचिका में अतीम अहमद के अहमदाबाद जेल से यूपी की जेल में प्रस्तावित ट्रांसफर का विरोध किया गया है। याचिका में ये भी कहा कि यूपी सरकार के कुछ मंत्रियों के बयान से ऐसा लगता है कि उनका फर्जी एनकाउंटर किया जा सकता है। इसलिए अगर यूपी भी लाया जाए तो सेंट्रल फोर्स की सुरक्षा में लाया जाए।
साबरमती जेल में है अतीक अहमद
पूर्व सांसद अतीक अहमद इन दिनों अहमदाबाद स्थित साबरमती केंद्रीय जेल में बंद हैं। अहमद के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। एक व्यापारी के अपहरण और मारपीट के आरोप में उत्तर प्रदेश की नैनी जेल में बंद अहमद को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जून 2019 में उच्च सुरक्षा वाली साबरमती सेंट्रल जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था। अब एक बार फिर उसे यूपी की जेल में ट्रांसफर करने की कवायद चल रही है। इसी बीच सुरक्षा का हवाला देते हुए अतीक अहमद के वकील सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं।
उमेश पाल हत्याकांड में उछला नाम
राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद एक बार फिर अतीक अहमद का नाम सुर्खियों में आ गया है। उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी अतीक के बेटे ने कोर्ट के सामने सरेंडर कर दिया है। पिछले शुक्रवार को धूमनगंज थाना अंतर्गत जयतीपुर में उमेश पाल और उसके एक सुरक्षाकर्मी की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायक राजू पाल हत्याकांड का मुख्य गवाह था। सोमवार को पुलिस के साथ मुठभेड़ में उमेश पाल हत्याकांड का एक अभियुक्त अरबाज मारा गया। इस मुठभेड़ में धूमनगंज के थाना प्रभारी राजेश मौर्य घायल हो गए, जिनका इलाज एसआरएन अस्पताल में हो रहा है।