Highlights
- "खाने की चीजों पर लगाई गई GST को वापस लेना चाहिए"
- BJP ने दाम कम करने का किया था वादा
- "मोदी और सरमा टैक्स के जरिए लोगों को लूट रहे हैं"
Assam News: असम की राजधानी गुवाहाटी में विपक्षी दलों असम जातीय परिषद (AJP) और तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को मूल्य वृद्धि और कई खाद्य पदार्थों पर GST (वस्तु एवं सेवा कर) लगाने के खिलाफ अलग-अलग विरोध प्रदर्शन किया। दोनों दलों के नेताओं और सदस्यों ने खाद्य पदार्थों पर लगी GST को वापस लेने और रसोई गैस सहित जरूरी चीजों के दाम कम करने की मांग की
जरूरी चीजों की कीमतें बढ़ी
असम जातीय परिषद (AJP) और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने मांग करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और बैनर लहराए। एजेपी के अध्यक्ष लुरिन ज्योति गोगोई ने धरना देते हुए दावा किया कि केंद्र और असम में भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार के सत्ता में आने के बाद से आवश्यक वस्तुओं की कीमतें कई गुना बढ़ गई हैं।
"अमीर वर्ग के लिए काम कर रहे हैं"
उन्होंने कहा, ‘‘ भाजपा ने सत्ता में आने पर दाम कम करने का वादा किया था, लेकिन अब जब वे सत्ता में हैं तो पूंजीपतियों और अमीर वर्ग के लिए काम कर रहे हैं।’’ गोगोई ने मांग की कि सरकार को तत्काल प्रभाव से खाद्य सामग्री पर लगाई गई GST को वापस लेना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि गरीब और मध्यम वर्ग इन वस्तुओं को खरीद पाने में सक्षम हो।
"किया था अच्छे दिन का वादा"
वहीं, तृणमूल कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने आरोप लगाया कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और असम में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा सरकार गहरी नींद में हैं और आम जनता के दर्द और पीड़ा से बेखबर है। उन्होंने कहा, ‘‘ भाजपा ने अच्छे दिन का वादा किया था और अब देखिए वह कैसे आटा, दही, गुड़ जैसी वस्तुओं पर कर लगाकर जनता को अंधेरे में धकेल रही है। इन वस्तुओं पर लगाया गया GST तुरंत हटाया जाना चाहिए।’’
बोरा ने आरोप लगाया कि मोदी और सरमा टैक्स के जरिए अपने ही देश के लोगों को लूट रहे हैं। उन्होंने कहा कि तृणमूल मांगें पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रखेगी।