Highlights
- असम के एक मजदूर की दिलचस्प कहानी
- सिक्के इकट्ठा करता गया और खरीद ली स्कूटर
गुवाहाटी : कुछ सपने ऐसे होते हैं जिन्हें पूरा होने में वर्षों लग जाते हैं और इसके लिए बहुत धैर्य रखने की जरूरत होती है। इसी धैर्य और संयम का परिचय देते हुए एक दिहाड़ी मजदूर ने अपने लिए एक बड़ी पूंजी जमा करके अपने सपनों को पूरा कर लिया। गुवाहाटी के इस मजदूर का नाम है उपेन राय । दिहाड़ी मजदूरी करनेवाले इस शख्स ने 8 साल तक एक-एक सिक्के को जमा करके अंत में इस जमा पूंजी से अपने लिए स्कूटर खरीद ली।
उपेन राय ने बताया कि वह 2014 से इन सिक्कों को इकट्ठा कर रहा था। आखिरकार जब उसके पास डेढ़ लाख रुपये जमा हो गए तो उसने अपनी जमा पूंजी के एक हिस्से को खर्च कर उससे अपने लिए एक स्कूटर खरीद ली।