Highlights
- डिब्रूगढ़ जिले में नाव पलटी, 4 लोग लापता
- 56 लाख लोगों ने अलग-अलग राहत शिविरों में शरण ली
- 21 हजार लोग सुरक्षित निकाले गए
Assam Flood: असम में बाढ़ से हालात बदतर हैं। इसी बीच राज्य के कामरूप जिले के रंगिया में रविवार को एक हादसा हो गया। अधिकारियों ने बताया कि सेल्फी लेने के दौरान दो स्कूली बच्चे बाढ़ के पानी में बह गए। जानकारी के अनुसार पानी में डूबी सड़क पर चार लड़के सेल्फी ले रहे थे, जबकि पानी का तेज बहाव उनमें से दो को बहा ले गया। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने 10वीं कक्षा के दोनों छात्रों, जुमान दास और हिमांगशु दास के रूप में पहचाने गए लापता लड़कों के लिए तलाशी अभियान चला रही है।
डिब्रूगढ़ जिले में नाव पलटी, 4 लोग लापता
एक अन्य घटना में डिब्रूगढ़ जिले के चबुआ इलाके के पास ब्रह्मपुत्र नदी में एक नाव पलट गई। इससे उसमें सवार करीब 4 लोग लापता हो गए। नाव 9 लोगों को लेकर महमोरा से बलिजन की ओर जा रही थी, जबकि 5 लोग तैरकर निकल गए। जबकि चार अन्य लापता हो गए। इनकी पहचान रोहमोरिया बारातिसुक के सुंकू कुर्मी और धामन दास, चबुआ के शंकर यादव और मोहमोरा के किशन यादव के रूप में हुई है। आशंका है कि क्षमता से ज्यादा सवारियां भर जाने के कारण यह नाव पलटी है।
56 लाख लोगों ने अलग-अलग राहत शिविरों में शरण ली
इसी बीच असम में बाढ़ से हालात काफी बदतर हो गए हैं। यहां बाढ़ की विभिन्न घटनाओं के कारण 10 लोग लापता हो गए। राज्य के 30 जिलों के 4,462 गांवों में बाढ़ से 37,17,800 से अधिक लोग प्रभावित हैं। वहीं, 56 लाख ने राज्यभर के अलग-अलग 514 राहत शिविरों में शरण ली है। असम के गुवाहाटी में शनिवार रात हुई मूसलाधार बारिश के चलते यहां के कई क्षेत्र पानी में डूब गए हैं। राज्य में पिछले छह दिनों से बाढ़ आई हुई है और भूस्खलन हो रहा है, जिससे बड़े स्तर पर तबाही जारी है। एएसडीएमए ने कहा है कि बाढ़ से प्रभावित और राहत शिविरों में आश्रय नहीं लेने वाले लोगों को राहत सामग्री भी वितरित की गई है। कम से कम 302 राहत वितरण केंद्र अस्थायी रूप से खोले गए हैं।
21 हजार लोग सुरक्षित निकाले गए
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने में जिला प्रशासन की मदद कर रहा है। विभिन्न एजेंसियों ने अब तक 20,983 लोगों को सुरक्षित निकाला है। राज्य आपदा मोचन बल, अग्निशमन और आपात सेवा के कर्मियों के साथ-साथ पुलिसकर्मियों और एएसडीएमए के स्वयंसेवकों को भी बचाव कार्य के लिए तैनात किया गया है।