Highlights
- इस समय राज्य के करीब 137 गांव जलमग्न
- कछार और मोरीगांव सबसे ज्यादा प्रभावित
- 6,029.50 हेक्टेयर कृषि भूमि डूब गई
Assam Flood: असम में बाढ़ से बिगड़े हालात सुधर तो रहे हैं, लेकिन अभी भी 40, 700 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इसी बीच राज्य के चिरांग जिले में नांगल भंगा नदी का जलस्तर बढ़ जाने से उस पर बना पुल जो बांस का बना था, वो बह गया। इस दौरान पुल पर 4 लोग मौजूद थे, जो फंस गए। उन्हें स्थानीय लोगों ने मशक्कत के बाद बचा लिया। पिछले कुछ दिन से लगातार बारिश के चलते नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है।
कछार और मोरीगांव सबसे ज्यादा प्रभावित
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुसार राज्य के कछार और मोरीगांव जिलों में 40 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित गांव मोरीगांव है, जहां 30 हजार 400 लोगों को बाढ़ से क्षति पहुंची है। जानकारी के अनुसार इस समय राज्य के करीब 137 गांव जलमग्न हो गए हैं। वहीं 6,029.50 हेक्टेयर कृषि भूमि डूब गई है। राज्य में इस साल बाढ़ और भूस्खलन से कुल 38 लोगों की मौत हुई है।
हर साल बाढ़ से प्रभावित होता है असम
असम राज्य में हर साल बाढ़ आती है। जिस तरह बिहार का शोक कोसी नदी को कहा जाता है, उसी तरह ब्रह्मपुत्र को असम का शोक कहा जा सकता है, हालांकि इस बार स्थानीय नदियों में बाढ़ से हालात ज्यादा प्रभावित हुए हैं। असम में तटबंधी का काम भी हाल के वर्षों में किया गया है। बाढ़ से बचने के लिए हर साल शासन और प्रशासन अपनी ओर से उपाय करते हैं, लेकिन बाढ़ जब बढ़ जाती है, तो जिंदगियां प्रभावित हो जाती हैं। जान माल का नुकसान इस राज्य के हर साल की कहानी है।