Highlights
- एक दिन की न्यायिक हिरासत में मेवानी
- पीएम मोदी के खिलाफ ट्वीट का मामला
- जमानत याचिका पर सोमवार को सुनवाई
कोकराझार। असम की एक अदालत ने गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी को रविवार को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। असम पुलिस ने प्रधानमंत्री के खिलाफ ट्वीट करने के मामले में मेवानी को बुधवार को गुजरात से गिरफ्तार किया था। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जमानत याचिका सहित मेवानी के मामले में सुनवाई सोमवार को होगी।
कोकराझार के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पानेसर ने पत्रकारों को बताया कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने मेवानी को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। मेवानी की तीन दिन की पुलिस हिरासत खत्म होने के बाद रविवार देर शाम उन्हें अदालत में पेश किया गया। पानेसर ने बताया कि मेवानी को सोमवार की सुबह फिर से अदालत में पेश किया जाएगा, जहां जमानत याचिका सहित उनके मामले पर सुनवाई होगी।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस समर्थित निर्दलीय विधायक मेवानी को बुधवार की रात गुजरात के पालनपुर शहर से गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत प्रधानमंत्री के खिलाफ उनके कथित ट्वीट को लेकर असम के कोकराझार थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। जिग्नेश मेवानी को उनके एक ट्वीट के चलते गिरफ्तार किया गया था जिसमें उन्होंने लिखा था, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो गोडसे को भगवान मानते हैं, वह गुजरात में हुई सांप्रदायिक झड़पों के लिए शांति और सद्भाव की अपील करें"।