अशोक खेमका, हरियाणा के वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों में से एक। इनका नाम अक्सर चर्चा में बना रहता है। वजह- इनका होने वाला ट्रांसफर। हरियाणा की खट्टर सरकार ने एकबार फिर से अशोक खेमका का ट्रांसफर कर दिया है। सरकार ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव से तब्दल करके अशोक खेमका को अभिलेखागार विभाग का अतिरिक्त मुख्य सचिव पद पर नियुक्त कर दिया है।
अभिलेखागार विभाग में किया गया तबादला
अभिलेखागार विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पद पर वह 1990 बैच के आईएएस अधिकारी डॉ. राजा शेखर वुंडरू की जगह लेंगे। बता दें कि खेमका के 31 साल के कार्यकाल में यह उनका 55वां ट्रांसफर है। इस ट्रांसफर से पहले उन्हें अक्टूबर 2021 में अभिलेखागार, पुरातत्व और संग्रहालय विभाग से ट्रांसफर किया गया था। इस दौरान उन्हें साइंस ऐंड टेक्नॉलजी डिपार्टमेंट का प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया था।
1991 में बन गए थे आईएएस अधिकारी
वैसे तो अशोक खेमका भारतीय प्रशासनिक सेवा में 1991 में ही आ गए थे। सिविल सर्विसेज में चयन से पहले 1991 में कंप्यूटर साइंस और इंजिनियरिंग में IIT खड़गपुर में टॉप किया था। लेकिन वे पहली बार चर्चा में उस समय आए थे जब 2012 में हरियाणा की तत्कालीन हुड्डा सरकार के दौरान उन्होंने कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी और DLF के बीच हुए जमीन सौदे का म्यूटेशन रद्द करने के आदेश जारी कर दिए थे।
अब तक हो चुके हैं 55 ट्रांसफर
इसके बाद तत्कालीन सरकार ने खेमका ने लगातार ट्रांसफर किया। उस दौरान विपक्ष में बैठी बीजेपी ने इसे लेकर खूब बवाल काटा था, लेकिन सरकार में आते ही बीजेपी ने भी हुड्डा सरकार की परंपरा को कायम रखा। जिसकी बदौलत खेमका के 31 साल के कैरियर में 55 ट्रांसफर हो चुके हैं।