Highlights
- कांग्रेस अध्यक्ष बनने के लिए सीएम पद छोड़ देंगे अशोक गहलोत
- कल से इतर आज दिया बड़ा बयान
- सचिन पायलट कल कांग्रेस अध्यक्ष से कर सकते हैं मुलाकात
Ashok Gehlot: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कल तक इशारा दे रहे थे कि वह सीएम रहते हुए कांग्रेस का अध्यक्ष बनना चाहते हैं। लेकिन अब उनक एक और बयान सामने आया है जिससे ये साफ हो गया है कि गहलोत अब अपना सीएम पद अध्यक्ष बनने के लिए छोड़ सकते हैं। दरअसल, कल तक अशोक गहलोत कह रहे थे कि इलेक्टेड और नॉमिनेटेड में फर्क है, इलेक्टेड दो पदों पर रहा जा सकता है, लेकिन नॉमिनेटेड नहीं।
अब वही गहलोत कह रहे हैं कि आज तक कोई भी व्यक्ति मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रेसिडेंट एक साथ नहीं रहा है। वहीं आपको बता दें कि अशोक गहलोत के बदलते सियासी बयानों के बीच सचिन पायलट कल कांग्रेस अध्यक्ष से मिल सकते हैं। दरअसल, सचिन पायलट फिलहाल दिल्ली में हैं और आज रात ही उन्हें जयपुर वापस जाना था, लेकिन वह नहीं गए और आज रात वह दिल्ली में ही रुक रहे हैं।
राहुल गांधी के बयान के बाद बदले गहलोत के सुर
दरअसल, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि देश की सबसे पुरानी पार्टी के प्रमुख का पद ‘वैचारिक’ है और जो भी इस जिम्मेदारी को संभालता है, उसे यह याद रखना चाहिए कि वह भारत के एक नजरिये का प्रतिनिधित्व करेगा। राहुल गांधी पहले ही यह संकेत दे चुके हैं कि वह इस चुनाव से दूर रहेंगे। उन्होंने यह उम्मीद भी जताई कि ‘उदयपुर चिंतन शिविर’ में तय हुई ‘एक व्यक्ति, एक पद’ की व्यवस्था पर पूरी तरह अमल किया जाएगा। इससे एक दिन पहले ही, कांग्रेस अध्यक्ष पद के एक संभावित उम्मीदवार के रूप में देखे जा रहे अशोक गहलोत ने यह संकेत दिया था कि वह अध्यक्ष पद और राजस्थान के मुख्यमंत्री का पद दोनों संभाल सकते हैं। लेकिन अब वही गहलोत कह रहे हैं कि आज तक कोई भी व्यक्ति मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रेसिडेंट एक साथ नहीं रहा है।
कल तक क्या थी कहानी
कल तक राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पार्टी का अध्यक्ष बनने के लिए अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने को फिलहाल तैयार नहीं दिख रहे थे। सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही थी कि अशोक गहलोत कुछ वक्त के लिए राजस्थान का मुख्यमंत्री रहते हुए कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बनना चाहते हैं। कुल मिला कर कहें तो अशोक गहलोत को दोनों हाथों में लड्डू चाहते थे।
बजट पेश होने तक रहना चाहते थे सीएम
सूत्रों की मानें तो राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्य के आगामी बजट के पेश होने तक सूबे की मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बने रहना चाहते थे। अगर ऐसा होता है तो अशोक गहलोत राजस्थान विधानसभा में अपना 10वां बजट पेश करते। खबर है कि अशोक गहलोत 27 या 28 सितंबर को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं।