Tawang Clash: अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई है। झड़प 9 दिसंबर को तवांग में हुई थी। झड़प के बाद कमांडर्स के बीच फ्लैग मीटिंग हुई। बताया जा रहा है कि पहले चीनी सैनिकों ने तवांग सेक्टर में एलएसी पर झड़प की शुरुआत की थी। इसके बाद भारतीय सैनिकों ने भी जवाबी कार्रवाई की। बताया जा रहा है कि चीन के करीब 300 सैनिक आए थे, जिसे भारतीय सैनिकों ने खदेड़ा। इस झड़प में चीन के 20 से ज्यादा सैनिक घायल हो गए हैं, जबकि भारत के 8 जवान घायल बताए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, 6 सैनिकों को इलाज के लिए गुवाहाटी लाया गया है।
ये झड़प पेट्रोलिंग के दौरान हुई
बताया जा रहा है कि दोनों देशों के जवानों के बीच ये झड़प पेट्रोलिंग के दौरान हुई। पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी के सैनिक एलएसी तक पहुंचने की कोशिश कर रहे थे। दोनों देशों के सैनिक 2006 से यहां गश्त करते थे। सूत्रों के मुताबिक, झड़प के बाद भारत के कमांडर ने शांति बहाल करने के लिए इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए अपने समकक्ष के साथ एक फ्लैग मीटिंग भी की। बता दें कि पिछले साल अक्टूबर 2021 में अरुणाचल प्रदेश के यांगसे में भी दोनों देशों के सैनिकों में विवाद हुआ था।
चीन के सैनिकों ने फिर कोशिश की
सेना के सूत्रों ने बताया भारतीय सैनिकों ने 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में एलएसी पर चीनी पीएलए सैनिकों का डटकर मुकाबला किया। तंवाग सेक्टर के आस-पास कुछ ऐसे क्षेत्र है, जहां चीन गलत तरीके से दावेदारी करता है। इन क्षेत्रों में दोनों देश अपने-अपने दावे की सीमा तक पेट्रोलिंग करते हैं। 10 दिसंबर को शांति रही, लेकिन 11 दिसंबर को चीन के सैनिकों ने फिर कोशिश की थी, लेकिन इस बार भारतीय जवान पहले से ज्यादा तैयार थे और 11 दिसंबर की झड़प में चीन के सैनिक ज्यादा घायल हुए।