Army Dog Zoom : भारतीय सेना का जांबाज लड़ाकू डॉग 'जूम' वीरता के साथ लड़ते हुए शहीद हो गया। श्रीनगर स्थित 54 एडवांस्ड फील्ड वेटरीनरी हॉस्पिटल (54 AFVH) में उसने 13 अक्टूबर को अंतिम सांस ली। बेल्जियन मैलिनॉय (Belgian Malinois) ब्रीड के जूम ने कुछ दिन पहले ही अनंतनाग में एक घर छिपे दो आतंकियों पर घातक हमला किया था। जिसके बाद हमारे फौजियों ने आतंकियों को मार गिराया।
10 महीने से सेना की 15 कोर की असॉल्ट यूनिट से जुड़ा था 'जूम'
ढाई साल का जूम पिछले करीब 10 महीने से सेना की 15 कोर की असॉल्ट यूनिट से जुड़ा हुआ था। जम्मू कश्मीर के अनंतनाग के कोकरनाग इलाके में सुरक्षाबलों की एक टीम ने ऑपरेशन तांगे पवास चलाया था। असॉल्ट डॉग जूम भी इस टीम का हिस्सा था। सुरक्षाबलों के साथ हुई इस मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादी मारे गए थे।
गोलियां लगने के बाजवूद हार नहीं मानी थी
सेना ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान जूम को दो गोलियां लगी, लेकिन गोलियां लगने के बावजूद, जूम ने अपना काम जारी रखा। आखिरकार सुरक्षाबलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया। इस मुठभेड़ में जूम के अलावा दो जवान भी घायल हुए थे। 15वे कॉर्प्स के प्रवक्ता ने बताया कि जूम ने बेहद चुपके और बहादुरी से यह जंग लड़ी। उसने आतंकियों को बुरी तरह से झकझोर दिया। डरा दिया था। तब तक हमारी रेड टीम ने दोनों आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया। इस हमले में भारतीय सेना का भी एक जवान जख्मी हो गया।
दुश्मन पर पहचान कर फिर हमला करने की मिली थी ट्रेनिंग
सेना का यह जांबाज सिपाही 'जूम' सैन्य हमलों के लिए ट्रेनिंग पा चुका था। उसे दुश्मन की पहचान करने और उस पर हमला करने की ट्रेनिंग दी गई थी। चोटिल होने के बावजूद जूम ने अपनी पोजीशन नहीं छोड़ी और आतंकियों पर हमला किया। सेना का यह जांबाज कुत्ता 'जूम' पहले भी कई सैन्य अभियानों का हिस्सा रहा था।