India Take Presidency of UNSC Along With G-20: भारत एक दिसंबर से जी-20 की अध्यक्षता करने के साथ ही साथ अब UNSC की भी अध्यक्षता संभालने जा रहा है। इस दौरान भारत का फोकस वैश्विक आतंवाद के खिलाफ दुनिया के देशों को सख्त कदम उठाने के लिए तैयार करना है। भारत चाहेगा कि पूरी दुनिया वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हो। यह अद्भुद संयोग ही कहा जाएगा कि जिस यूएनएसी का स्थायी सदस्य बनने का भारत प्रबल दावेदार है, अब उसी की वह अल्प समय के लिए ही सही, मगर अध्यक्षता करने जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक दिसंबर से मासिक अध्यक्षता करेगा और इस दौरान आतंकवाद से मुकाबला करना और बहुपक्षवाद में सुधार करना उसकी मुख्य प्राथमिकताएं होंगी। भारत 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है और उसका दो साल का कार्यकाल भी इसी साल समाप्त हो जाएगा। यूएनएससी नियमों के अनुसार यूएनएससी के 15 सदस्यों को वर्ण के क्रम में बारी-बारी से अध्यक्षता मिलती है। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि दिसंबर में अध्यक्षता संभालने पर भारत की प्राथमिकताएं आतंकवाद का मुकाबला करना और बहुपक्षवाद में सुधार पर ध्यान केंद्रित करना होंगी।
दो वर्ष में दूसरी बार यूएनएसी का अस्थायी अध्यक्ष बनेगा भारत
परिषद का अस्थायी सदस्य बनने के बाद भारत ने अगस्त 2021 में पहली बार यूएनएससी की अध्यक्षता संभाली थी और अब वह अपने इस कार्यकाल में दूसरी बार इसकी अध्यक्षता करेगा। भारत का कार्यकाल 31 दिसंबर को समाप्त हो जाएगा। संयुक्त राष्ट्र में भारत की पहली महिला स्थायी प्रतिनिधि कंबोज दिसंबर में अध्यक्ष के आसन पर बैठेंगी। इसके अलावा भारत एक दिसंबर से एक साल के लिए जी20 की अध्यक्षता भी करेगा। विदेश मंत्री एस जयशंकर 14 दिसंबर को बहुपक्षवाद में सुधार के लिए और 15 दिसंबर को आतंकवाद का मुकाबला करने को लेकर सुरक्षा परिषद में ‘‘हस्ताक्षर कार्यक्रमों’’ की अध्यक्षता करने न्यूयॉर्क आएंगे। इस दौरान भारत की अध्यक्षता में कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं।