
हिमाचल प्रदेश इन दिनों त्रासदी की मार झेल रहा है। यहां बाढ़ और बारिश के कारण पिछले 3-4 दिनों में 72 लोगों की मौत हो गई है। वहीं पिछले 72 घंटों में 1000 से अधिक लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से रेस्क्यू किया गया है। इस बीच हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के बयान पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि इस मामले पर राजनीति करना कांग्रेस को बंद करना चाहिए और लोगों तक राहत पहुंचाने का काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि 20-21 अगस्त मैं हिमाचल प्रदेश के दौरे पर जाऊंगा और प्रभावित परिवारों से मुलाकात करूंगा।
हिमाचल प्रदेश के दौरे पर जाएंगे अनुराग ठाकुर
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारी बारिश और लैंडस्लाइड के कारण कई लोगों की जान चली गई है और अवसंरचना का बड़े स्तर पर नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा, ये दुर्भाग्य की बात है कि कुछ पार्टियां खासकर कांग्रेस इस मामले पर राजनीति कर रही है। मैं अपील करता हूं कि इस मामले पर राजनीति न की जाए और आपदा के समय में लोगों तक राहत पहुंचाने के प्रयास किए जाएं।' उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा हर संभव मदद भिजवाया जा रहा है। मैं प्रभावित परिवारों से 20-21 अगस्त को मुलाकात करने के लिए हिमाचल प्रदेश के दौरे पर जाने वाला हूं।
सुखविंदर सुक्खू के बयान पर किया पलटवार
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के बयान पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि बिहार के आर्किटेक्टों को इस मामले में घसीटकर अपमानित करने का कोई मतलब नहीं है। ऐसे समय पर हमें एक साथ होकर काम करना चाहिए। हमें साथ चलने की आवश्यकता है ना कि बयानबाजी करने की। अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ की टीम भेज दी गई है। एयरफोर्स भी प्रभावित इलाकों में लोगों तक हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयास कर रही है।
क्या बोले सुखविंदर सिंह सुक्खू
दरअसल हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बयान देते हुए 'बिहारी आर्किटेक्ट्स' शब्द का इस्तेमाल किया था। हालांकि इस मामले पर उन्होंने अब सफाई देते हुए कहा है कि बिहार के लोग हमारे भाई की तरह है। उन्होंने कहा, राज्य में इमारतों को हुए नुकसान का कारण भारी बारिश और इमारत बनाने में इंजीनियरिंग का गलत तरीका है।