Highlights
- झारखंड में अंकिता को इंसाफ दिलाने की मुहिम तेज
- मनोज तिवारी, कपिल मिश्रा अंकिता के घर पहुंचे
- अच्छा इलाज मिलता तो बेटी नहीं मरती- अंकिता के पिता
Ankita Murder Case: अंकिता की जघन्य हत्या को लेकर मचे घमासान के बीच बीजेपी नेताओं का डेलीगेशन बुधवार को दुमका पहुंचा। बीजेपी नेता आज अंकिता के घर पहुंचे और उसके परिवार वालों से मुलाकात की। इस डेलीगेशन में मनोज तिवारी, निशिकांत दुबे और कपिल मिश्रा शामिल थे। क्राउड फंडिंग से जुटाए 28 लाख रुपये का चेक उन्होंने अंकिता के परिवार को सौंपा। कपिल मिश्रा अंकिता के परिवार की मदद के लिए फंड जुटा रहे थे और इसकी जानकारी मिश्रा ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए दी थी।
कपिल मिश्रा ने लिखा था, ''Ankita : Brave daughter of a poor Father, एक निर्धन पिता की बहादुर बेटी अंकिता, परसों हम अंकिता के परिवार से मिलने जाएंगे जिस माता पिता की बेटी यूं छीन ली जाएं उनका दर्द कितना असहनीय होगा। आइए मिलकर इस परिवार का सहारा बनें।''
बीजेपी नेताओं ने 24 घंटे में जुटाए 28 लाख रुपये
वहीं, आपको बता दें कि इस मुहिम के जरिए बीजेपी नेताओं ने 24 घंटे में ही अंकिता के परिजनों को मदद देने के लिए 28 लाख रुपये जुटा लिए थे। कपिल मिश्रा ने बताया था कि दुनिया भर से हजारों लोगों ने अंकिता के परिवार के लिए 28 लाख रुपये भेजे हैं।
अच्छा इलाज मिलता तो बेटी नहीं मरती
अंकिता की हत्या पर पूरे देश में गुस्सा है, लोगों में भारी आक्रोश है। अंकिता पर पेट्रोल फेंकने वाले शाहरुख को सख्त सजा देने की मांग की जा रही है। अंकिता के पिता को इस बात की मलाल है कि बेटी को अच्छा इलाज नहीं मिल पाया। इंडिया टीवी से बातचीत में अंकिता के पिता ने कहा कि अगर उनकी बेटी को अच्छा इलाज मिलता तो उसकी जान नहीं जाती। पिता ने कहा कि शाहरुख ने अकेले वारदात को अंजाम नहीं दिया, वो काफी समय से बेटी को परेशान कर रहा था।
'कुर्सी बचाने की कवायद में सोरेन ने रायपुर को मौज मस्ती का अड्डा बना दिया'
अंकिता का परिवार जहां इंसाफ की आस में आंसू बहा रहा है वहीं, सोरेन की सरकार रायपुर के रिजॉर्ट में पिकनिक मना रही है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सीधे सीधे सोरेन सरकार पर अटैक करते हुए कहा कि कुर्सी बचाने की कवायद में उन्होंने रायपुर को मौज मस्ती का अड्डा बना दिया है।