विशाखापट्टनम: आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के कांचरापलेम के पास वंदे भारत ट्रेन पर पथराव हुआ है। इस पथराव में ट्रेन के एक कोच का शीशा टूट गया है। ये वही ट्रेन है जिसे 19 जनवरी को पीएम मोदी हरी झंडी दिखाएंगे। घटना उस वक्त हुई, जब ट्रेन का मेंटेनेंस किया जा रहा था। ये जानकारी डीआरएम ने दी है।
पश्चिम बंगाल में भी हो चुका है पथराव
जनवरी के पहले हफ्ते में पश्चिम बंगाल में वंदे भारत पर पत्थर फेंके गए थे। इस घटना में हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस के दो डिब्बों की खिड़कियों के शीशे टूटे थे। पथराव के कारण एक कोच के दरवाजे पर लगे कांच में दरार आ गई थी। इस मामले में बिहार पुलिस ने किशनगंज से तीन नाबालिग लड़कों को पकड़ा था। यह गिरफ्तारी वीडियो फुटेज की जांच के आधार पर की गई थी। पुलिस ने बताया था, 'मामले में पोटिया पुलिस थाना क्षेत्र के निमलगांव के रहने वाले चार लड़कों की पहचान की गई जिनकी उम्र करीब 14 साल है। इनमें से तीन को पकड़ कर किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया और चौथे की तलाश की जा रही है।'
गौरतलब है कि सेमी हाईस्पीड इलेक्ट्रिक वंदे भारत एक्सप्रेस पश्चिम बंगाल के हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी के बीच चलती है और इस दौरान यह बिहार से गुजरती है । इस ट्रेन का बिहार से लगे कटिहार जिले के बरसोई में छोटा सा स्टॉपेज है। हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन सेवा का उद्घाटन 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल तरीके से किया था और एक जनवरी को इसकी फाइनेंशियल सेवाएं शुरू हुईं।