Highlights
- विशाखापत्तनम पुलिस ने पवन कल्याण को नोटिस भेजा
- शहर में रैली या बैठक करने पर लगाई रोक
- पुलिस की चेतावनी- उल्लंघन की स्थिति में होगी कानूनी कार्रवाई
Andhra Pradesh News: विशाखापत्तनम पुलिस ने रविवार को जन सेना नेता और अभिनेता पवन कल्याण को नोटिस जारी कर शहर के पूर्वी क्षेत्र में कोई रैली या बैठक नहीं करने का आदेश दिया है। जानकारी के मुताबिक, पवन को लोगों से शिकायतें प्राप्त करने के उद्देश्य से 'जनवाणी' कार्यक्रम के तहत शहर में एक बैठक आयोजित करनी थी, लेकिन पुलिस ने इसकी मंजूरी नहीं दी। नोटिस में पवन कल्याण को विशाखापत्तनम हवाई अड्डे पर शनिवार को हुई घटना के लिए दोषी ठहराया गया। पुलिस ने कोई बैठक या रैली आयोजित नहीं करने का निर्देश दिया और चेतावनी दी कि किसी भी उल्लंघन की स्थिति में उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दरअसल, मंत्रियों और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के नेताओं के काफिले पर भारी संख्या में लोगों की भीड़ ने हमला किया था। इस पर अभिनेता ने स्पष्ट किया कि वह विशाखापत्तनम हवाई अड्डे पर लोगों की भीड़ से जुड़े नहीं थे। उन्होंने बताया कि हैदराबाद से उनकी फ्लाइट शाम 4.40 बजे लैंड हुई थी।
यह एक लंबी लड़ाई है और मैं लड़ूंगा -पवन कल्याण
पवन कल्याण ने मीडियाकर्मियों को नोटिस दिखाते हुए कहा कि यह लोगों के साथ खड़े होने का पुरस्कार है। उन्होंने कहा कि वह राजनीति के अपराधीकरण के खिलाफ लड़ाई में मुकदमों का सामना करने, जेल जाने और लाठी-डंडों का सामना करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, हम यहां राजनीति के अपराधीकरण के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार करने आए हैं और YSRCP राजनीति के अपराधीकरण का प्रतीक है। पवन कल्याण ने कहा कि जब उन्होंने राजनीति में आने का फैसला किया तो उन्हें अच्छी तरह पता था कि यह एक लंबी लड़ाई होगी। उन्होंने कहा, मैं जानता हूं कि बिना मुकदमों का सामना किए, जेल जाने और हमला किए बिना राजनीति नहीं होती। हम चुनौती स्वीकार कर रहे हैं। हम जेल जाने और मुकदमों का सामना करने के लिए तैयार हैं, लेकिन हम सत्ता में बैठे लोगों के गलत कामों पर सवाल उठाना बंद नहीं करेंगे।
नोटिस में पवन कल्याण पर लगे गंभीर आरोप
पवन ने कहा कि जन सेना के 28 नेताओं और कार्यकर्ताओं को हवाई अड्डे की घटना के लिए गिरफ्तार किया गया था और उन पर हत्या के प्रयास और अन्य गंभीर अपराधों के लिए मामला दर्ज किया गया। पुलिस नोटिस उन्हें मामले में फंसाने का एक प्रयास है और दोहराया कि हवाई अड्डे पर जो हुआ उससे जन सेना का किसी भी तरह से जुड़ाव नहीं है। नोटिस में उल्लेख किया गया कि विशाखापत्तनम शहर के पश्चिम क्षेत्र की सीमा में 1 अक्टूबर से पुलिस अधिनियम की धारा 30 के तहत आदेश लागू हैं, जिसमें सभा, जुलूस, रैली आदि पर रोक है। नोटिस में कहा गया लागू आदेशों के बावजूद, जन सेना पार्टी के नेता होने के नाते आपने लगभग 16.30 बजे विशाखापत्तनम हवाई अड्डे में 500 से अधिक लोगों के एक समूह का नेतृत्व किया और नाद जंक्शन से नोवोटेल होटल तक एक विशाल रैली का आयोजन किया। आपके नेतृत्व में जेएसपी के फॉलोअर्स की भीड़ ने मंत्रियों, नागरिकों और पुलिस अधिकारियों पर हमला किया और सार्वजनिक व्यवस्था में गड़बड़ी पैदा की। यही नहीं, गंभीर अपराध भी किए, जिसमें जनप्रतिनिधि, कुछ नागरिक और पुलिस अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके अलावा, इसने सार्वजनिक शांति में गड़बड़ी पैदा की।