मकर संक्रांति उत्सव तेलुगू राज्यों में विशेष तौर पर मनाते है लेकिन आंध्र प्रदेश में संक्रांति की बात ही कुछ और है। यहां लोग गांव जाकर इस त्योहार को अपनों के साथ मनाते हैं। गांव में मुर्गों के बीच प्रतियोगिताएं तो देखने को मिलती ही है, साथ रंग बिरंगे कार्यक्रम भी संक्रांति त्योहार की शोभा बढ़ाते हैं। वहीं इस मौके पर घर में बन रहे पकवानों के तो क्या ही कहने। शहर खाली दिखते हैं तो गांव की सड़कें ट्रैफिक से भर जाती हैं। आंध्र प्रदेश के गोदावरी जिले में मेहमाननवाजी तो अपने चरम पर दिखती है। गोदावरी जिले के लोगों की मेहमान नवाजी काफी मशहूर है। इतने बड़े त्योहार में दामादो की खातिरदारी भी काफी मशहूर है। अगर किसी घर में नए दामाद आए हो तो बस सबकी निगाहें उस घर की ओर ही रहती है।
दामाद को नहीं थी ऐसी उम्मीद
केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी के यानम में एक नए दामाद के साथ उसके ससुराल वालों का शिष्टाचार इसी से समझा जा सकता है कि कुल 470 प्रकार के व्यंजन परोसे गए। यानम ट्रेड एसोसिएशन के मानद अध्यक्ष मजेती सत्यभास्कर, वेंकटेश्वरी दंपत्ति की इकलौती बेटी हरिन्या की शादी पिछले साल विजयवाड़ा के उद्योगपति साकेत से हुई। संक्रांति के अवसर पर, नए दामाद को पहले उत्सव में आमंत्रित किया गया और एक विशेष रात्रिभोज से आश्चर्यचकित किया गया। वह भी लगभग 470 प्रकार के व्यंजनों के साथ। भोजन में मिठाइयां, फल, सूखे मेवे, कोल्ड ड्रिंक इस तरह के सैकड़ों व्यंजन छोटे-छोटे कपों में केले के पत्ते पर रखे गए थे और उन्हें खूबसूरती से सजाया गया था। दामाद और बेटी दोनों को खाने पर आमंत्रित किया गया था।
नया दामाद साकेत इस महाभोज को देखकर बहुत प्रसन्न हुआ। साकेत ने कहा कि उन्हें इतनी शानदार दावत की उम्मीद नहीं थी।
130 प्रकार के तेलंगाना व्यंजन
साथ ही, एक आंध्र दामाद जो संक्रांति उत्सव के लिए हैदराबाद आया था, अपने ससुराल वालों के तौर-तरीकों से हैरान था। शादी के बाद पहली बार आए दामाद के लिए ससुराल वालों ने 130 तरह के पकवानों से दावत बनाई। उन्होंने काकीनाडा से आए अपने दामाद को तेलंगाना के व्यंजनों का स्वाद चखाया।
क्या-क्या था भोजन में?
सरूर नगर के पास शारदानगर की रहने वाली क्रांति-कल्पना की दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी की शादी 4 महीने पहले काकीनाडा के मल्लिकार्जुन से हुई थी। इसी क्रम में ससुराल वालों ने संक्रांति को तब सरप्राइज दिया जब उनका दामाद पहली बार उनकी जानकारी के बिना घर आया। शाकाहारी, मांसाहारी, खट्टे नींबू चावल, बगारा जैसे 130 तरह के व्यंजन परोसे गए।
एक और परिवार ने ससुराल वालों ने संक्रांति पर्व पर आए नए दामाद को 108 व्यंजनों का भोज दिया। तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के शांतिनगर स्थित अपने घर आए दामाद के लिए उन्होंने 108 तरह के व्यंजनों से दावत बनाई । एक तरफ बेटी-दामाद, दूसरी तरफ बेटे-बहू को बैठाकर पकवान परोसे गये। उनके आचरण को देखकर नए दामाद ने खुशी व्यक्त की।