Highlights
- साबरमती नदी किनारे बने गांधी के भित्ति चित्र में 2,975 कुल्हड़ का उपयोग किया गया
- इसके निर्माण के लिए देशभर के 75 कुम्हारों को लगाया गया था
- 100 वर्ग मीटर के आकार के भित्ति चित्र को एल्युमिनियम शीट पर कुल्हड़ों को व्यवस्थित करके बनाया गया
अहमदाबाद: गुजरात में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने महात्मा गांधी के मिट्टी के कुल्हड़ से बने विशाल भित्ति चित्र का आज लोकार्पण किया। साबरमती नदी के किनारे बने इस भित्ति चित्र में कुल 2,975 कुल्हड़ का उपयोग किया गया है। इस भित्ति चित्र के निर्माण के लिए देशभर के 75 कुम्हारों को लगाया गया था। 74वें शहीद दिवस पर आयोजित हुए इस कार्यक्रम में केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री नारायण राणे और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल शामिल हुए। खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने कुम्हारों को सशक्त बनाने के लिए ‘कुम्भर सशक्तिकरण’ कार्यक्रम शुरू किया है।
शाह ने इस मौके पर अपने गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र के कुम्हार समुदाय के सदस्यों को बिजली चालित बर्तन बनाने वाला चाक वितरित किए। 100 वर्ग मीटर के आकार के भित्ति चित्र को एल्युमिनियम शीट पर कुल्हड़ों को व्यवस्थित करके बनाया गया है। यह देश में अपनी तरह का दूसरा भित्ति चित्र होगा, इसके पहले नई दिल्ली स्थित पालिका केंद्र में ऐसा भित्ति चित्र बनाया गया था।
पर्यटकों के लिए आकर्षण का नया केंद्र बनेगा महात्मा गांधी का भित्ति चित्र-
- राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के Mural (भित्ति चित्र) को अहमदाबाद के साबरमती रिवर फ्रंट हाउस के उत्तरी भाग में स्थापित किया गया है।
- महात्मा गांधी के इस Mural का आकार 100 वर्ग मीटर है। ऊंचाई 12.2 मीटर जबकि चौड़ाई 8.19 मीटर (लगभग 40 फीट x 27 फीट) है।
- महात्मा गांधी के इस म्युरल (Mural) को बनाने के लिए कुल 2975 कुल्हड़ों का उपयोग किया गया। जिसका वजन लगभग 900 किलोग्राम है।
- Mural का कुल वजन लगभग 3200 किलोग्राम है।
- महात्मा गांधी के इस म्युरल को बनाने के लिए KVIC ने भारत में सिरेमिक उद्योगों में अपनाई जा रही नई तकनीकों का प्रयोग किया है।
- इस तकनीक से कुम्हारों को शिक्षित करने के लिए अहमदाबाद में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
- भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ को यादगार बनाने के लिए इस कार्यशाला में देशभर से 75 कुम्हारों को बुलाया गया।
- कार्यशाला में सभी 75 कुम्हारों को ‘ग्लेज्ड सिरेमिक क्रॉकरी’ (Glazed Ceramic Crockery) उत्पादन के बारे में जानकारी दी गई।
- कार्यशाला के दौरान लगभग 2975 ग्लेज्ड कुल्लड़ों का भी उत्पादन किया गया। जिसके माध्यम से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के इस म्युरल को बनाया गया।
- म्युरल में लगे प्रत्येक कुल्हड़ का व्यास 75 मिलीमीटर और ऊंचाई 90 मिलीमीटर है।
- अहमदाबाद के रिवर फ्रंट हाउस में स्थापित महात्मा गांधी का यह म्युरल शहर के नागरिकों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का नया केंद्र बनेगा।